एक न्यूज रिपोर्टर द्वारा चक्रवात यास और ओडिशा में इसके असर पर रिपोर्ट करने की कोशिश जल्द ही एक कॉमेडी सीन में बदल गई। दरअसल, जब रिपोर्टर ने इंटरव्यू के लिए व्यक्ति को रोका तो व्यक्ति ने सवाल का जवाब बहुत ईमानदारी से दे दिया। मालूम हो कि ओडिशा के कुछ हिस्सों में “बहुत भीषण चक्रवाती तूफान” यास के कारण तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। ऐसे खराब मौसम में, नक्षत्र न्यूज़ के रिपोर्टर लोगों को इधर-उधर देखकर हैरान रह गए और उन्होंने एक व्यक्ति से सवाल किया कि वह चक्रवात के बीच बाहर क्यों निकला? इसके बाद व्यक्ति ने जो जवाब दिया वो अब वायरल हो रहा है।
रिपोर्टर ने पूछा,”तेज़ हवा चल रही है, तूफ़ान आने वाला है .. तो आप घर से क्यों निकले हैं?” उस आदमी ने जवाब दिया: मैं बाहर निकला हूं क्योंकि आप भी बाहर आए हो। रिपोर्टर ने इसका जवाब देते हुए कहा कि वह केवल न्यूज कवर करने के लिए बाहर निकला है। जवाब में व्यक्ति ने कहा, “हम नहीं निकले तो आप किसको दिखाएंगे? ” इस बातचीत की एक क्लिप न्यूज चैनल ने कल फेसबुक पर साझा की थी और तब से यह ऑनलाइन वायरल हो गई है। इसने ट्विटर पर भी अपनी जगह बनाई, जहां इसे आईपीएस अधिकारी अरुण बोथरा ने साझा किया।
Such a kind hearted man. Doing so much for the humanity.
Respect. pic.twitter.com/SCB1zhA5SQ
— Arun Bothra (@arunbothra) May 26, 2021
बोथरा ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “इतना दयालु आदमी। मानवता के लिए बहुत कुछ कर रहा है। सम्मान।” क्लिप को माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर 6,000 से अधिक ‘लाइक’ और 76,000 बार देखा गया है, जहां यूजर्स बातचीत से हैरान रह गए थे।
मालूम हो कि पीएम नरेंद्र मोदी चक्रवाती तूफान ‘‘यास’’ से प्रभावित ओडिशा और पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों का दौरा करेंगे और दोनों ही राज्यों में इससे हुए नुकसान की समीक्षा भी करेंगे। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री सबसे पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे जहां वह एक समीक्षा बैठक करेंगे।
इसके बाद वह ओडिशा के बालासोर और भद्रक तथा पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिलों के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। दिल्ली लौटने से पहले प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में एक समीक्षा बैठक करेंगे। चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार को देश के पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हुई। चक्रवात के दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये, खेतों में पानी भर गया।