Meerut Crime News: मेरठ में जबरन धर्मांतरण (Conversion) का एक मामला सामने आया है। आत्महत्या के एक मामले की जांच कर रही, पुलिस ने उसकी पत्नी और ससुराल वालों पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के परिवार का आरोप है कि शख्स पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा था, जिसके बाद उसने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतक के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उसके ससुराल वालों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
ससुराल वालों पर लगाए गए गंभीर आरोप
25 वर्षीय दुष्यंत चौधरी ने अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को उसकी पत्नी फराह, उसके भाई अमजद और पिता हनीफ कुरैशी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के चचेरे भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, कि उसके भाई पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा था।
सुसाइड से पहले पत्नी से की थी 40 मिनट तक बात
पुलिस ने कहा कि दुष्यंत ने सुबह करीब साढ़े चार बजे कथित तौर पर पंखे से लटक कर खुद को फांसी लगा ली। इसके बाद उसके चचेरे भाई जॉनी चौधरी ने पुलिस में फराह और उसके परिवार के खिलाफ धर्म परिवर्तन की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि दुष्यंत ने देर रात फराह को फोन किया था और दोनों ने करीब 40 मिनट तक बात की। इसके बाद दुष्यंत ने अपनी मां और परिवार के साथ रात बिताई और अगले दिन सुबह उसका शव मिला।
एफआईआर के मुताबिक, दुष्यंत एक डीजे के रूप में काम करता था और 2020 में फराह से उसने शादी कर ली। हालांकि, दोनों का परिवार उनके रिश्ते से खुश नहीं था और उन्होंने इस शादी का विरोध भी किया था। इसके बाद दोनों किराए के मकान में रहने लगे। दोनों का एक बेटा भी है।
नाम बदलकर टोपी पहनने लगा था दुष्यंत, नमाज पढ़ने के लिए किया गया प्रताड़ित
जॉनी चौधरी ने बताया कि दुष्यंत ने अपना नाम बदलकर फैज कुरैशी रख लिया था और वह टोपी पहनने लगा था। जॉनी चौधरी ने बताया कि दुष्यंत इस्लामिक रीति-रिवाजों का पालन नहीं करता था। जॉनी का यह भी आरोप है कि फराह और उसका परिवार इस्लाम कबूल कराने के लिए दुष्यंत को देवबंद भी ले गया था। हालांकि, उसने इससे इनकार कर दिया और सिर्फ अपना नाम बदला और टोपी पहनने लगा। यह भी आरोप है कि फराह का परिवार उस पर नामज पढ़ने का भी दबाव बनाता था और उसको शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया, लेकिन उसने इससे इनकार कर दिया।
वहीं, फराह के परिवार ने धर्मांतरण के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि दुष्यंत और फराह पिछले तीन साल से शादीशुदा हैं और एक अपार्टमेंट में साथ रह रहे थे। पुलिस उपाधीक्षक (सिविल लाइंस) अरविंद कुमार चौरसिया ने कहा, “हमने ससुराल वालों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (आईपीसी की धारा 306) के लिए नौचंदी पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की है। जबरन धर्मांतरण के आरोपों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही हम कार्रवाई करेंगे। अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।”
फराह के भाई का कहना है, “जब फराह ने हमें बताया था कि वह एक हिंदू व्यक्ति से शादी करना चाहती है, तो इसका हमने कड़ा विरोध किया था। दोनों ने मेरठ कोर्ट में शादी कर ली। करीब एक साल तक हमारा फराह और दुष्यंत से कोई संपर्क नहीं हुआ। हम उनकी शादी के तीन साल बाद उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए क्यों मजबूर करंगे? दुष्यंत के परिवार ने रविवार को प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया था, लेकिन अगले दिन अचानक उसका चचेरा भाई पुलिस थाने पहुंच गया।”
इस बीच मामले को लेकर हिंदू जागरण मंच भी सक्रिय हो गया है और परिवार के सपोर्ट में खड़ा हो गया है। संगठन के सदस्यों ने सोमवार को नौचंदी थाने में प्रदर्शन कर फराह और उसके परिवार के खिलाफ जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में गिरफ्तारी की मांग की है।