महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शिवसेना पर निशाना साधा है। शनिवार (22 मई, 2022) को राणा दंपति का समर्थन करते हुए सवाल उठाया कि मातोश्री (उद्धव ठाकरे का आवास) क्या मस्जिद है, जो वहां पर हनुमान चालीसा के पाठ से लोगों को दिक्कत है? क्या अब शिवसेना असली और नकली हिंदुत्व को तय करेगी?
ठाकरे ने ये बातें अपना अयोध्या दौरा रद्द होने के बाद पुणे में एक रैली के दौरान कहीं। अयोध्या के दौरे पर जाने को लेकर उन्होंने बताया कि उनकी तबीयत फिलहाल ठीक नहीं है और कुछ समय में कमर का ऑपरेशन होना है। डॉक्टर ने उन्हें लंबी यात्रा करने को लेकर मना किया है। कई पत्रकारों की ओर से इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अयोध्या यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया है। इस फैसले से कुछ लोगों को दुख तो फिर कुछ लोगों को ख़ुशी हुई हैं।
औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग की: रैली में ठाकरे ने कहा कि मैं पीएम मोदी से मांग करता हूं। देश में जल्द से जल्द यूनिफार्म कोड सिविल कोड और जनसंख्या नियंत्रण कानून लेकर आए साथ ही औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर किया जाए।
उत्तर भारतीयों के अपमान पर बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि आज हमसे माफी मांगने की बात कही जा रही है। मैं चाहता हूं कि देश के सभी लोगों की अपने ही राज्य में नौकरी मिलें। इसके लिए हमने आंदोलन किया। हमने पाकिस्तानी कलाकारों को मुंबई से बाहर निकालने के लिए आंदोलन किया है और जो लोग माफी मांगने की बात कह रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आप लोगों ने कौन-सा आंदोलन किया है।
उन्होंने लाउडस्पीकर मुद्दे पर कहा कि मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर बजाना केवल एक दिन के लिए प्रदर्शन नहीं था लेकिन यदि लाउडस्पीकर पर कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो हम इसे लगातार जारी रखेंगे। वहीं उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि अगले 2-4 दिन में वह राज्य के हर घर जाए और लोगों की पार्टी का विजन समझाएं।