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सूखे से जूझ रहे मराठवाड़ा के बांधों में सिर्फ दो फीसद पानी

मराठवाड़ा में लातूर को एक विशेष ‘वाटर ट्रेन’ के जरिए पानी की आपूर्ति की जा रही है जिसे पश्चिमी महाराष्ट्र के मिराज में भरा जाता है।

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चित्र का इस्तेमाल सिर्फ प्रतीक के तौर पर किया गया है।

भीषण सूखे से जूझ रहे मराठवाड़ा में हालात दिनोंदिन और गंभीर होते जा रहे हैं। यहां के बांधों में सिर्फ दो फीसद पानी बचा हुआ है जबकि राज्य में 15 फीसद पानी बचा रह गया है। यह जानकारी महाराष्ट्र कैबिनेट की एक बैठक में दी गई। पिछले साल के मुकाबले यह बहुत कम है। पिछले साल इस दौरान मराठवाड़ा के बांधों में 10 फीसद और पूरे महाराष्ट्र में 25 फीसद पानी बचा हुआ था।

एक अधिकारी ने कहा कि पानी के 5159 टैंकरों के जरिए 10500 गांवों और बस्तियों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि बीड, लातूर, उस्मानाबाद और अहमदनगर जिलों में कुल मिलाकर 397 मवेशी चारा शिविर चल रहे हैं। बीते पांच वर्षों में मराठवाड़ा में यह सूखे का चौथा साल है। लगातार दो वर्षों के दौरान उसके 8522 गांव में से सभी प्रभावित हुए हैं। मराठवाड़ा में लातूर को एक विशेष ‘वाटर ट्रेन’ के जरिए पानी की आपूर्ति की जा रही है जिसे पश्चिमी महाराष्ट्र के मिराज में भरा जाता है।

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First published on: 11-05-2016 at 03:17 IST
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