शिवसेना का बीएमसी चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी, भाजपा से सीटों पर संशय जारी
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि सीटों की साझेदारी को लेकर भाजपा से समझौता अब भी चल रहा है।

भाजपा के साथ चुनाव पूर्व समझौता को लेकर अनिश्चितताओं के बीच शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बीएमसी चुनावों के लिए सोमवार (23 जनवरी) को अपनी पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। साथ ही उन्होंने कहा कि सीटों की साझेदारी को लेकर समझौता अब भी चल रहा है। ठाकरे ने कहा कि घोषणा पत्र पार्टी द्वारा स्वतंत्र रूप से जारी किया जा रहा है क्योंकि आज (सोमवार, 23 जनवरी) शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती है। उनके साथ पार्टी के सांसद और विधायक भी मौजूद थे। उन्होंने कहा, ‘23 जनवरी शिवसैनिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है और हम इस दिन मुंबई के लोगों के प्रति वचनबद्ध हैं। इसलिए, हमने आज अपना घोषणा पत्र जारी करने का फैसला किया।’ ठाकरे ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘लोग आश्चर्यचकित हैं और जब वे मुंबई नगर निकाय के बजट को देखते हैं तो उनकी आंखें खुली रह जाती हैं और वे पूछते हैं कि कहां ये सारा धन जाता है। लेकिन अगर वे विषय का विस्तार से अध्ययन करते हैं तो वे पाएंगे कि बीएमसी मुंबई में प्रति व्यक्ति के हिसाब से सिर्फ 29000 रुपए खर्च कर सकती है।’
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि अगर बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) चुनाव के लिए गठबंधन फलीभूत होता है तो चुनावी घोषणा पत्र में सहयोगी दल के ‘अच्छे सुझाव’ को भी शामिल किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने दोनों पार्टियों के बीच बातचीत के विवरण का खुलासा करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘बातचीत अब भी चल रही है। जब हम निष्कर्ष पर पहुंचेंगे तो मुझे उसकी घोषणा करनी होगी।’ चुनाव घोषणा पत्र में जिन सौगातों का शिवसेना ने वादा किया है उसमें छात्रों के लिए ई-लर्निंग केंद्रों को खोलना और मौजूदा समय की जरूरतों को पूरा करने के लिए शिक्षण की गुंजाइश का दायरा बढ़ाना शामिल है। पार्टी ने बीएमसी में नौकरियों में वैसे लोगों को तरजीह देने की भी पेशकश की, जिन्होंने नगर निकाय संचालित स्कूलों में शिक्षा हासिल की हो।
घोषणा पत्र को पढ़ते हुए सांसद अरविंद सावंत ने पर्यटन, स्वास्थ्य, पर्यावरण, 24 घंटे जलापूर्ति, स्कूल की पोशाक पहनकर यात्रा कर रहे छात्रों को बेस्ट की बसों में मुफ्त यात्रा के अतिरिक्त सफाई और दूषित जल के शोधन जैसे क्षेत्रों में पार्टी की योजनाओं का खुलासा किया। बीएमसी चुनाव 21 फरवरी को होने वाले हैं। दोनों पार्टियों के बीच लंबे समय से चल रही बातचीत के बावजूद उनके बीच अब तक समझौता नहीं हो सका है। दोनों पार्टियां अपने-अपने लिए बड़ी संख्या में सीटों की मांग कर रही हैं। जहां भाजपा ने 227 सदस्यीय परिषद में 100 से अधिक सीटों पर दावा किया है, वहीं शिवसेना अपने सहयोगी दल की मांगों के आगे झुकने को तैयार नहीं है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के ठाकरे के साथ सीटों की साझीदारी को लेकर बातचीत बहाल करने की संभावना से कल इंकार किया था।