महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की 22 मई को पुणे में होने वाली रैली से एक दिन पहले शहर की पुलिस ने 13 तरह की पाबंदियां जारी की है। जिनका सार्वजनिक रैली के दौरान पालन करना होगा। पुणे पुलिस द्वारा जारी आदेश के अनुसार निर्धारित शर्तों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
पुणे पुलिस ने अपने आदेश में यह भी कहा कि बैठक के दौरान या बाद में कोई भी आपत्तिजनक नारेबाजी, दंगा या अभद्र व्यवहार नहीं होना चाहिए। आयोजन के दौरान किसी तरह के हथियार, तलवार और विस्फोटक सामग्री नहीं दिखनी चाहिए। आदेश में यह भी कहा गया कि लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल से ध्वनि प्रदूषण नियम का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।
मनसे प्रमुख ने अपनी अयोध्या यात्रा को स्थगित कर दिया, जो 5 जून को होने वाली थी। उन्होंने कहा कि वह 22 मई को पुणे में अपनी रैली में अयोध्या की अपनी यात्रा के बारे में अधिक जानकारी साझा करेंगे।
वहीं संजय राउत ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे के अयोध्या दौरे के टाले जाने को लेकर कहा है, ‘मैं राज ठाकरे के स्वास्थ्य को लेकर ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। पहले उनके अयोध्या दौरे का काफी प्रचार किया गया। अब उसको टाल दिया गया। इसके पीछे राजनीतिक कारण हो सकते हैं। बीजेपी तो ‘यूज एंड थ्रो’ के लिए ही जानी जाती है। शिवसेना 25 सालों का अनुभव झेल कर आई है’।
वहीं राज ठाकरे की पुणे रैली से पहले लालबाग इलाके में मनसे के पदाधिकारी संतोष नलवाडे ने होर्डिंग लगवाए हैं। होर्डिंग में लिखा गया है, ‘ अगर राज ठाकरे को जरा भी कुछ होता है तो इसके पूरे महाराष्ट्र में गंभीर परिणाम होंगे। होर्डिंग में राज ठाकरे, उनके बेटे और मनसे नेता बाला नंदगांवकर की फोटो लगी है।
बता दें, मनसे प्रमुख राज ठाकरे महाराष्ट्र में लाउडस्पीकरों को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं। यह विवाद तब शुरू हुआ जब 12 अप्रैल को मनसे प्रमुख ने महाराष्ट्र सरकार को 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो मनसे कार्यकर्ता लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएंगे।
राज ठाकरे के खिलाफ मामला तब दर्ज किया गया, जब उन्होंने लोगों से उन इलाकों में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने की अपील की, जहां ‘अजान’ के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाता है।