शिवसेना के बागी विधायकों ने अपने गुट के नाम का ऐलान कर दिया है। शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने समाचार एजेंसी एएनआई को जानकारी दी है कि एकनाथ शिंदे कैंप के विधायकों ने अपने गुट का नाम “शिवसेना बालासाहेब” रखने का निर्णय किया है। वहीं कांग्रेस नेता अशोक चौहान ने नए गुट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जब तक इसे स्पीकर से कानूनी अनुमति नहीं मिलती, तब तक इस तरह के समूहों को अधिकृत नहीं माना जाएगा।
महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा है कि सरकार पूरे बहुमत में है। उन्होंने कहा, “आज बैठक में हमने मौजूदा स्थिति पर चर्चा की। हमारे लोग स्थिति पर काम कर रहे हैं। एमवीए सरकार काम कर रही है और काम करती रहेगी। हमारी सरकार अल्पमत में नहीं है। दिल्ली से हमारी पार्टी की कानूनी टीम भी हमारी मदद कर रही है।”
वहीं शनिवार सुबह शिवसेना नेता संजय राउत ने एक विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि अभी शिवसैनिक सड़कों पर नहीं उतरे हैं, अगर शिवसैनिक सड़कों पर उतर गए तो आग लग जाएगी। संजय राउत ने कहा कि सांगली से हमारे कार्यकर्ता हमारे पास आए और पूछा कि हमें आगे क्या करना है? पुलिस ने महाराष्ट्र के कई शहरों में अलर्ट घोषित किया है। जबकि ठाणे शहर में धारा 144 लगा दी गई है।
कांग्रेस नेता अशोक चौहान ने संजय राउत के बयान पर कहा है कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक है। बागियों के खिलाफ शिवसैनिकों में गुस्सा है। उन्होंने कहा, “एमवीए हिंसा का समर्थन नहीं करता है। वफादार शिवसैनिकों में गुस्सा है। उन्होंने अपने स्थानीय विधायकों के साथ अपना गुस्सा व्यक्त किया है, जिन्होंने अपनी वफादारी को स्थानांतरित कर दिया है। यह कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं है। यह बिल्कुल सामान्य है।”
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शिवसेना भवन पहुंच चुके हैं, जहां पर वह शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेंगे। उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे बैठक को संबोधित भी कर सकते हैं। जबकि एकनाथ शिंदे के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।