Maharashtra: गिरती कीमतों से परेशान किसान का प्रदर्शन, प्याज के ढेर में घुसकर अनशन पर बैठा
Maharashtra Onion Farmer: महाराष्ट्र के नासिक में प्याज की गिरती कीमतों से परेशान एक किसान ने खुद को गले तक प्याज से ढककर विरोध-प्रदर्शन किया।

Maharashtra Onion Farmer: महाराष्ट्र के नासिक में प्याज की गिरती कीमतों से परेशान एक किसान ने अनोखा प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है कि मारुती मुंढे नाम के किसान ने प्याज की लगातार गिरती कीमत और लागत से कम मूल्य मिलने से नाराज होकर खुद को गले तक प्याज से ढककर विरोध-प्रदर्शन किया। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक किसान ने इस संबंध में सरकार को शिकायती पत्र भी भेजा था लेकिन समस्या का समाधान न होते देख किसान ने इस अनोखे विरोध के तरीके को अपनाया। बता दें कि महाराष्ट्र में प्याज की सबसे ज्यादा पैदावार होती है। यहां के किसान राज्य सरकार से लगातार प्याज का न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) घोषित करने की मांग कर रहें हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नासिक में प्याज का उत्पादन करने वाले किसान मारुती मुंढे प्याज का सही दाम न मिलने से नाराज थे। इसके बाद उसने खुद को प्याज के ढेर के अंदर गले तक ढक लिया और अनशन पर बैठ गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान प्याज में दबे किसान को देखने वालों की कतार लग गई। इस दौरान किसान के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी इस दुर्दशा पर सरकार से कदम उठाने की मांग की है। बता दें कि इस समय महाराष्ट्र के कई जिले सूखे की चपेट में है जिससे प्याज के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों का आरोप है कि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भी प्याज की खरीदी नहीं की। गौरतलब है कि इस बार प्याज के दाम पिछले दो वर्षों की तुलना में सबसे ज्यादा कम हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि किसानों को प्याज से फायदा तो दूर की बात है उसे मंडी तक ले जाने का भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है। किसानों को प्याज का एक रुपये किलो से भी कम दाम मिल रहा है जोकि लागत मूल्य से भी कम है। बता दें कि हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने 1 नवंबर से 31 दिसंबर के बीच बेचे गए प्याज के लिए 2 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी की पेशकश की थी लेकिन किसानों की मांग प्याज का न्यूनतम बिक्री मूल्य 8.5 रुपये प्रति किलोग्राम करने की है। बता दें कि सरकार ने 2 रुपये प्रति किलोग्राम के सब्सिडी के तहत राज्य के प्याज किसानों के लिए 150 करोड़ रुपये का आवंटन किया था।