महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच राज्यपाल ने 30 जून को सरकार को फ्लोर टेस्ट के लिए आमंत्रित किया है। राज्यपाल ने पत्र में लिखा है कि सात निर्दलीय विधायकों ने सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया है, इसलिए सरकार फ्लोर टेस्ट करे। वहीं सभी बागी विधायक गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू में रुके हुए हैं। विधायकों के खर्चों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जहां विधायक रुके हुए हैं, वहां का खर्चा लाखों में है।
इसी मुद्दे को लेकर समाचार चैनल न्यूज़ 24 पर बहस चल रही थी और बहस में वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक भी मौजूद थे। बहस के दौरान महाराष्ट्र अखबार के संपादक रविंद्र अंबेडकर भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “विधायकों को लाने ले जाने के लिए जिस विमान का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह एक बड़े बिजनेस घराने से जुड़ा हुआ है। सूरत में जब विधायक रुके हुए थे, उस होटल का खर्चा भी अभी तक नहीं दिया गया है। असम के लोग नाराज हैं। सिर्फ गुवाहाटी में रेडिसन ब्लू ही नहीं, बल्कि उसके अगल-बगल के होटल भी बुक किए गए हैं, जहां विधायकों के ड्राइवर, पीए, पीएस रह रहे हैं। बड़ा सवाल है कि यह खर्चा कौन दे रहा है?”
रविंद्र अंबेडकर ने आगे कहा, “अभी सरकार फंसी हुई है और एकनाथ शिंदे को भी कहीं ना कहीं किसी पार्टी में विलय होना पड़ेगा, क्योंकि उनका भी मामला फंसा हुआ है। साथ ही लगातार सरकार की ओर से जीआर निकाले जा रहे हैं। जो काम काफी दिनों से अटके हुए थे, उनको जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है।”
वहीं शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वह सभी विधायकों के साथ गुरुवार सुबह मुंबई पहुंचेंगे। बता दें कि न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार सभी विधायक आज गुवाहाटी से गोवा रवाना हो जायेंगे और वहीं रुकेंगे। फिर सभी विधायक गोवा से गुरूवार सुबह सीधे विधानसभा पहुंचेंगे और बहुमत परीक्षण में हिस्सा लेंगे।
शिवसेना राज्यपाल के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है और राज्यपाल के बहुमत परीक्षण वाले फैसले का विरोध किया है। वहीं संजय राउत को ईडी ने 1 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया है।