महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) द्वारा ‘शिवाजी’ पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Shivsena Chief Uddhav Thackeray) ने निशाना साधा है। उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि राज्यपाल की नियुक्ति के संबंध में कुछ मानदंड होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे शब्द कहने के बावजूद राज्यपाल को हटाया नहीं जाता है, तो अब यह दिखाने का समय आ गया है कि ‘महाराष्ट्र’ क्या है।
राज्यपाल राष्ट्रपति का प्रतिनिधि होता है- उद्धव ठाकरे
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “भले ही हम अच्छे शब्द कहें कि राज्यपाल नहीं बदला जाएगा, अगर बीजेपी राज्यपाल का समर्थन कर रही है, तो अब समय आ गया है कि उन्हें दिखाया जाए कि महाराष्ट्र क्या है। राज्यपाल राष्ट्रपति का प्रतिनिधि होता है। इसलिए अब मापदंड तय किया जाए, जिसके आधार पर राज्यपाल की नियुक्ति की जाए। किसी भी बुद्धिहीन व्यक्ति को इस पद पर सिर्फ इसलिए बैठा देना कि यह किसी के पक्ष में है, अब काम नहीं चलेगा। गवर्नर का पद प्रतिष्ठा का पद होता है, इसलिए हमें उस गुण वाले लोगों की जरूरत है।”
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल की आलोचना करने के लिए महाराष्ट्र के सांसद उदयनराजे भोंसले को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “उन्होंने कहा, “मैं सांसद उदयनराजे भोसले को आज उनकी भूमिका के लिए धन्यवाद दूंगा। अब सभी महाराष्ट्र प्रेमी और शिवाजी प्रेमी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ एक साथ आ रहे हैं। हम जल्द ही राज्यपाल को हटाने के कार्यक्रम की घोषणा करेंगे।”
क्या है पूरा विवाद, जानें
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 19 नवंबर को मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज को ‘पुरानी मूर्ति’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया था। भगत सिंह कोश्यारी के बयान के बाद महाराष्ट्र के विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ-साथ सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने भी कोश्यारी की निंदा की। शिवसेना (उद्धव गुट) लगातार उन्हें हटाने की मांग पर अड़ा हुआ है।
औरंगाबाद में डॉ बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था, “अगर कोई पूछता है कि आपकी मूर्ति कौन है, तो आपको किसी की तलाश में बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है। आप उन्हें यहीं पाएंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज अब एक पुरानी मूर्ति बन गए हैं, आप नए लोगों को पा सकते हैं। बाबासाहेब अंबेडकर से लेकर (केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री) नितिन गडकरी तक।”