Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में एक बार फिर उद्धव गुट और एकनाथ शिंदे गुट आमने-सामने आ गए। इस बीच दोनों गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल हुआ, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया। दरअसल, महाराष्ट्र के ठाणे शहर में सोमवार देर रात पार्टी की ‘शाखा’ (स्थानीय कार्यालय) पर कब्जे को लेकर शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए, जिसके बाद पुलिस को कानून-व्यवस्था व्यवस्था कायम करने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट और प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के नेतृत्व वाले धड़े के सदस्यों ने मुंबई से सटे शहर के शिवई नगर इलाके में ‘शाखा’ पर कब्जा करने को लेकर हाथापाई की। वर्तक नगर पुलिस झड़प की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को वहां से हटाया। यह क्षेत्र वर्तक नगर पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आता है।
झड़प का सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
लगभग एक घंटे तक चला राजनीतिक ड्रामा तब शुरू हुआ जब शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर बैनर लगाए और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले प्रतिद्वंद्वी पार्टी गुट से ‘शाखा’ पर कब्जा करने की कोशिश की। कथित तौर पर विरोधी गुटों और उन्हें तितर-बितर कर रही पुलिस के बीच झड़प दिखाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। जिसमें उद्धव गुट और शिंदे गुट के कार्यकर्ता एक-दूसरे से उलझते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस उनको हटाती हुई दिख रही है।
चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को दी है मान्यता
मुख्यमंत्री शिंदे के राजनीतिक गढ़ ठाणे शहर में हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है। चुनाव आयोग ने पिछले महीने शिंदे गुट को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी थी और उसे ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिन्ह आवंटित किया था।
उद्धव और शिंदे में हुआ था पलटवार
5 मार्च, 2023 को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खेड़ में जनसभा करते हुए बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shivsena) पर हमला बोला था। ठाकरे ने इस दौरान सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) की आलोचना की थी। जिसके बाद शिंदे ने मुंबई में मीडिया से बात करते हुए उद्धव ठाकरे को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। शिंदे ने कहा था कि उनकी पार्टी राज्य भर में विकास कार्यों से उनके सभी आरोपों का जवाब देगी।