महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच बागी विधायकों को लेकर संजय राउत ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि एकनाथ शिंदे खेमे में जो लोग मौजूद हैं वो 40 जिंदा लाशे हैं। उन लोगों की आत्मा मर चुकी है। वे केवल जिंदा लाश की तरह हैं। राउत ने कहा कि उनके मुंबई वापस आने के बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए सीधा विधानसभा भेजेंगे।
महाराष्ट्र में मची सियासी हलचल के बीच संजय राउत के बयान पर नया हंगामा खड़ा हो गया है। इसको लेकर न्यूज चैनलों पर डिबेट भी देखने को मिल रही है। आजतक पर हो रही एक डिबेट में शामिल लेखक रतन शारदा ने कहा कि शरद पवार आजकल उद्धव ठाकरे के गुरु बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मचे बवाल की जड़ खुद संजय राउत है। जिन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा और वो चुने हुए लोगों के साथ बदतमीजी के साथ पेश आते हैं। बड़े-बड़े नेताओं के लिए अजीब शब्दों का प्रयोग करते हैं।
रतन शारदा ने कहा कि तीन दिन पहले एनसीपी ने हिंट दिया था कि लोग सड़कों पर आ सकते हैं और उसका अर्थ एनसीपी और शिवसेना ने सही लगाया और सड़कों पर आ गये। लेकिन अभी वन वे स्ट्रीट है लेकिन जिस दिन यह टू वे हो गई, सोचिए उस दिन महाराष्ट्र का क्या हाल होगा? उन्होंने कहा कि इनका चाल चरित्र और इनकी गुंडागर्दी सब लोग देख रहे हैं।
इस बीच एंकर ने राउत के 40 शव वाले बयान पर एनसीपी प्रवक्ता बृजमोहन श्रीवास्तव से कहा कि इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती है। विधानसभा में शव भेजेंगे पोस्टमार्टम के लिए, क्या मतलब है?
जवाब देते हुए बृजमोहन श्रीवास्तव ने कहा कि संजय राउत एक गंभीर नेता हैं। उनके बयान के भावार्थ को समझना होगा। किसी शारीरिक नुकसान पहुंचाने की बात नहीं की है। इसपर एंकर ने कहा कि जहां पर दफ्तरों में तोड़फोड़ हो रही है, हिंसा हो रही है, वहां इस तरह का बहाना नहीं चलेगा।
बृजमोहन श्रीवास्तव ने कहा कि हमले करने वाले निश्चित रूप से शिवसेना के कार्यकर्ता हैं, लेकिन ये लोग बागी विधायकों की हरकतों से परेशान हो गये हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा सचिवालय ने शनिवार को ही शिंदे के साथ शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य घषित करने के लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस पर विधायकों से 27 जून तक जवाब मांगा है।