उद्धव के मंत्री ने केंद्र से पूछा, अर्नब को कैसे मिली बालाकोट की जानकारी, कहा- कार्रवाई की तैयारी हो रही है
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा, "लीक वॉट्सऐप चैट यह चौंकाने वाला खुलासा करती हैं कि अर्नब को बालाकोट एयरस्ट्राइक के बारे में तीन दिन पहले से ही पता था।"

रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता के बीच लीक वॉट्सऐप चैट के लीक होने के बाद इस पर राजनीति लगातार जारी है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार इस मामले में कानूनी राय ले रही है कि अर्नब के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स ऐक्ट के तहत कोई कार्रवाई की जा सकती है या नहीं। बता दें कि जो चैट लीक हुईं, उनमें 2019 के एक मैसेज में पाया गया कि अर्नब ने एक जगह पर दासगुप्ता को इशारों में बालाकोट एयरस्ट्राइक के संकेत दिए थे।
देशमुख ने इसी मुद्दे पर मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र सरकार पर भी सवाल दागे। उन्होंने पूछा कि आखिर कैसे अर्नब को इस तरह की संवेदनशील जानकारी मिल गई। देशमुख ने कहा, “वॉट्सऐप चैट यह चौंकाने वाला खुलासा करती हैं कि अर्नब को बालाकोट एयरस्ट्राइक के बारे में तीन दिन पहले से ही पता था।”
देशमुख ने आगे कहा, “हम केंद्र सरकार से पूछना चाहते हैं कि गोस्वामी को हमले की संवेदनशील जानकारी अर्नब को कैसे मिली? क्योंकि आमतौर पर ऐसी जानकारी प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख या कुछ चुनिंदा लोगों को होती है।” महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने बताया कि उनकी सरकार इस बारे में कानूनी सलाह ले रही है कि गृह विभाग इस मामले में ऑफिशियल सीक्रेट्स ऐक्ट, 1923 के तहत कार्रवाई कर सकती है या नहीं।
क्या हैं अर्नब गोस्वामी पर आरोप: लीक वॉट्सऐप चैट के जरिए यह आरोप लगाया गया है कि 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले के बारे में गोस्वामी को पहले से सूचना थी। बता दें कि कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी, 2019 को पाकिस्तानी आंतकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा सीआरपीएफ के काफिले पर किए गए हमले में 40 जवानों की मौत हो गई थी। बाद में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर 26 फरवरी को हवाई हमला किया गया था।