महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर NCP नेताओं की बैठक संपन्न हुई। जिसके बाद NCP नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि हम अंत तक उद्धव ठाकरे जी के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं। हम सरकार बचाने की पूरी कोशिश करेंगे।
अजित पवार ने कहा कि सरकार को बचाना तीनों दलों एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की जिम्मेदारी है। संजय राउत ही जानते हैं कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया। दरअसल, संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना MVA से बाहर निकलने पर विचार कर रही है।
असम सरकार कर रही मदद: वहीं, दूसरी ओर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इस घटनाक्रम पर बात करते हुए कहा, “सब जानते हैं कि कैसे शिवसेना के बागी विधायकों को गुजरात और फिर असम ले जाया गया। हमें उनकी मदद करने वालों का नाम लेने की जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा कि असम सरकार उनकी मदद कर रही है। मुझे आगे किसी का नाम लेने की जरूरत नहीं है।
MVA के पास बहुमत: पार्टी की बैठक के बाद NCP नेता छगन भुजबल ने कहा, “हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ खड़े हैं और अंतिम क्षण तक उनका समर्थन करेंगे। हमारे पास सरकार के लिए नंबर हैं क्योंकि शिवसेना के किसी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया है और न ही शिवसेना ने किसी को पार्टी से निष्कासित किया है।” NCP नेता जयंत पाटिल ने कहा कि अभी बहुमत साबित करने का सवाल ही नहीं है, MVA के पास बहुमत है और वह अभी भी सत्ता में है। बात बस इतनी सी है कि शिवसेना के कुछ विधायक दुखी होकर दूसरे राज्य चले गए हैं लेकिन हमें विश्वास है कि शिवसेना उन्हें वापस लाने में कामयाब होगी।
7 दिनों के लिए 70 कमरे बुक: वहीं दूसरी ओर NDTV की खबर के मुताबिक, गुवाहाटी में जिस फाइव स्टार होटल में शिवसेना के बागी विधायक ठहरे हुए हैं उसमें सात दिनों के लिए 70 कमरे बुक किए गए हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायक सोमवार को वहां पहुंचने के बाद पहले, गुजरात के सूरत में एक होटल में थे। सभी विधायक बुधवार को असम के गुवाहाटी पहुंचे थे। दोनों ही राज्यों में बीजेपी का शासन है।
होटल और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल के कमरों के लिए सात दिनों का टैरिफ 56 लाख रुपए है। इसमें भोजन और अन्य सेवाओं का दैनिक अनुमानित खर्च 8 लाख रुपए तक हो सकता है।