महाराष्ट्र में सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे सूरत से गुवाहाटी पहुंच चुके हैं। रेडिशन ब्लू होटल में पहुंचने के बाद शिंदे ने दावा किया था कि पार्टी के 40 विधायक उनके साथ हैं, जिसके बाद सरकार पर संकट और भी गहरा गया है। दलबदल कानून से बचने के लिए शिंदे को 37 से अधिक विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। इस पर उन्होंने बड़ा दावा करते हुए बताया है कि उनके पास 37 से अधिक विधायकों का समर्थन हासिल है।
‘आज तक’ से बात करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, “टोटल 46, जिनमें शिवसेना के और सहयोगी दलों के विधायक शामिल हैं। इसमें शिवसेना के 37 से अधिक विधायक शामिल हैं।” शिंदे से पूछा गया था कि क्या उनके पास शिवसेना के 37 से अधिक विधायकों का समर्थन हासिल है?
इसके बाद शिंदे से पूछा गया कि अगर उनके पास पर्याप्त संख्या बल है तो वे राज्यपाल के पास जाकर भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए दावा पेश क्यों नहीं कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, “सभी लोगों के साथ बैठक होने के बाद ही यह तय किया जाएगा। हम लोग बालासाहेब ठाकरे और उनकी हिंदुत्व की विचारधारा को आगे ले जा रहे हैं। हमारे पास 46 से अधिक की संख्या है।”
उन्होंने कहा कि राज्यपाल के पास जाने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है और साथ में मिलकर जब हमलोग बात करेंगे, तब इस पर सारी स्थिति साफ हो जाएगी। सीएम उद्धव ठाकरे से क्या बात हुई और संजय राउत के दावे को लेकर शिंदे ने कहा, “हमने सभी विधायकों की समस्या उनके सामने रखी थी। सभी लोगों का कहना है कि हमारी पार्टी बालासाहेब के हिंदुत्व के विचारधारा वाली पार्टी है और हम उसी रास्ते पर चलेंगे। यही बातें हमने कहीं और इसके अलावा आगे की रणनीति हम आपस में बैठकर तय करेंगे।”
क्या वे देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के संपर्क में हैं? इस पर शिंदे ने कहा, “मैं किसी के संपर्क में नहीं हूं, मैं केवल अपने विधायकों के संपर्क में हूं।” बता दें कि शिंदे ने पार्टी से बगावत कर दी है और इस वक्त वे गुवाहाटी में मौजूद हैं।