इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी के एक के बाद एक फटने की घटनाओं के बाद यह खतरनाक साबित हो रही है। चार्जिंग के दौरान इसके फटने की अब तक कई घटनाएं हो चुकी हैं। अभी हाल ही में महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई इलाके के रामदास नगर में एक घर में चार्जिंग पर लगी बैटरी अचानक फट गई थी। इससे सात वर्षीय एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया था। दो दिन पहले उसकी मौत हो गई।
बच्चे का नाम शब्बीर शाहनवाज है। वह कक्षा 2 में पढ़ता था। 23 सितंबर को वह अपनी मां रुकसाना के साथ सो रहा था। उसके पिता ने बैटरी को चार्ज में लगा दिया था। रात करीब ढाई बजे अचानक उसमें विस्फोट होने से वह गंभीर रूप से झुलस गया। वह करीब 70 फीसदी से ज्यादा जल गया था। विस्फोट के कारण कमरे में लगे टेलीविजन सेट में भी आग लग गई।
वसई के मानिकपुर थाने के इंस्पेक्टर संपत पाटिल ने कहा, “हमने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है। अभी तक हमें परिवार की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली है। स्कूटर 2021 मॉडल है। जांच जारी है।”
पिता जयपुर से ले आए थे असेंबल्ड स्कूटर
पुलिस के मुताबिक शब्बीर के पिता शाहनवाज अंसारी जयपुर से असेंबल किए गए ई-स्कूटर लाए थे और बैटरी को लिविंग रूम में चार्ज करने के लिए रख दिया था। पहली नजर में बैटरी अधिक गर्म होने के कारण फट गई। पुलिस ने बैटरी ज्यादा गर्म होने के कारण फटने की आशंका जताई है, लेकिन अंसारी के परिवार के सदस्यों ने स्कूटर निर्माता को “दोषपूर्ण” बैटरी के लिए दोषी ठहराया।
कुछ दिन पहले तेलंगाना के सिकंदराबाद के इलेक्ट्रिक स्कूटर के एक शोरूम में आग लग गई थी। वहां भी इसके पीछे बैटरी के ओवरचार्जिंग को विस्फोट की वजह बताई गई। इसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी। इसी तरह तमिलनाडु में भी एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने से पिता और बेटी की मौत हो गई थी। हालांकि भारत में पेट्रोल और डीजल के बढ़ते मूल्य और प्रदूषण के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की बातें की जा रही हैं, लेकिन जिस तरह से इनकी बैटरी फटना की घटनाएं हो रही हैं, उससे यह खतरनाक साबित हो रही हैं। दूसरी तरफ पर्यावरण के लिहाज से ये सुरक्षित माने जा रहे हैं।