Maharashtra Elections: महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अपने एक बयान में कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा 250 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शिंदे सेना को 48 सीटें दी जाएंगी। इस बयान के बाद शिंदे की सेना बावनकुले के बयान पर बिफर गई थी। वहीं शिंदे की शिवसेना ने रविवार को बयान जारी करते हुए कहा कि उनके गठबंधन में सब कुछ ठीक है।
शिंदे सेना के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने रविवार (19 मार्च, 2023) को द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हमारे गठबंधन के बीच कोई झगड़ा नहीं है, जब चुनाव नजदीक होंगे तो बीजेपी और शिंदे गुट दोनों के नेता सीटों के बंटवारे के बारे में फैसला करेंगे।
बावनकुले ने कहा था- 250 सीटों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा
बावनकुले ने पहले कहा था कि 2024 के चुनाव में बीजेपी करीब 250 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शिवसेना-शिंदे गुट 48 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने बयान इसलिए दिया ताकि पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार हो सकें। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर हमें चुनाव जीतना है तो हमें सभी सीटों से चुनाव लड़ने और उन्हें जीतने की स्थिति में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में यह बयान दिया गया है। वैसे भी, दोनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा राज्य नेतृत्व और केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय किया जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या शिंदे गुट 130-140 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अडिग है, जैसा कि उसके नेताओं ने दावा किया है। इस सवाल के जवाब में शिंदे सेना के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने दोहराया कि सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और यह चुनाव के समय किया जाएगा।
‘सीटों का बंटवार राज्य और केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा’
नरेश म्हस्के ने कहा कि बावनकुले पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। उन्होंने खुद कहा था कि सीटों के बंटवारे का फैसला दोनों पार्टियों का राज्य और केंद्रीय नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा स्टैंड एक जैसा है। हमें वही सीटें मिलेंगी जो हमने जीती थीं। साथ ही सीटों के बंटवारे की बातचीत के दौरान हमें अपने समझौते के मुताबिक सीटें मिलेंगी। मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि हमारे बीच कोई लड़ाई नहीं है। हम चर्चा के जरिए सभी मुद्दों को सुलझा लेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान लेकर शिंदे सेना के नेताओं ने जताया था विरोध
बावनकुले के बयान के बाद शिंदे सेना के नेताओं ने खुलकर अपना विरोध जताया था। विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि भाजपा नेतृत्व को उन्हें फटकार लगानी चाहिए। बावनकुले के बयान का कोई मतलब नहीं है। शिवसेना का गठबंधन पार्टी के शीर्ष नेताओं ने तय किया है, बावनलुके जैसे नेताओं ने नहीं। शिंदे गुट के एक अन्य नेता संजय शिरसाट ने कहा, ‘सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला यूं ही तय नहीं किया जाता है। इसके लिए चर्चा की जाती है कि कौन किस सीट पर चुनाव लड़े और कौन सी सीट गठबंधन सहयोगियों के लिए छोड़ी जाए। यह उचित चर्चा के बाद निर्णय लिया जाता है। इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की जाती है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बावनकुले ने अति उत्साह में आकर पार्टी कार्यकर्ताओं को खुश रखने के लिए बयान दिया है। इस तरह के बयान देने में सावधानी बरतनी चाहिए।