मध्य प्रदेश में शुक्रवार (27 मई, 2022) को पंचायत चुनाव का ऐलान कर दिया गया है। यह इलेक्शन तीन चरण में होंगे। जानकारी के मुताबिक, बीजेपी शासित सूबे में 25 जून, 1 जुलाई और आठ जुलाई को मतदान होगा, जबकि 14 और 15 जुलाई को परिणाम जारी किए जाएंगे।
पंचायत चुनाव के पहले चरण में पांच जिले, दूसरे में आठ और तीसरे चरण में 39 जिलों को रखा गया है। प्रथम चरण चरण की मतगणना 28 जून, दूसरे चरण की मतगणना 4 जुलाई को जबकि तीसरे चरण की मतगणना 11 जुलाई को होगी। ग्राम पंचायत और जनपद पंचायत का नतीजा 14 जुलाई को जबकि जिला जनपद चुनावों के नतीजे 15 जुलाई को घोषित किए जाएगे।
प्रेस वार्ता करते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि शासन की ओर से हमें आरक्षण करके पंचायतों की सूची दे दी गई है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए फैसले के मुताबिक हमें एक जून से पहले चुनाव घोषित ही करने थे। वहीं, बरसात के मौसम को देखते हुए हम पंचायत चुनाव को थोड़ा पहले ही करा रहे हैं। पंचायत चुनाव के दौरान हल्की बारिश से किसी को कोई समस्या नहीं होगी।
मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव के ऐलान के साथ ही चुनावी क्षेत्रों में आदर्श आचार सहिंता लागू कर दी गई है। चुनावों की अधिसूचना 30 मई को कलेक्टर की ओर से जारी की जाएगी। सभी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र 6 जून तक जमा करा सकते हैं जबकि इसके अगले दिन तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। सभी उम्मीदवार 10 जून तक अपना नाम वापस ले पाएंगे।
राज्य में यह दशकों बाद होगा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव मतपत्र से संपन्न कराए जाएगे। इससे पहले के पंचायत चुनावों में केवल सरपंच चुनावों में ही मतपत्र का उपयोग किया जाता है। वहीं, जिला पंचायत और पंचायत सदस्य का चुनाव ईवीएम से ही संपन्न कराया जाता था। राज्य चुनाव योग की ओर से मतपत्रों का रंग का भी निर्धारण कर दिया गया है। पंच के लिए सफेद, सरपंच के लिए नीला, जनपद पंचायत सदस्य के लिए पीला और जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रंग तय किया गया है।