शिवराज सरकार पर गुस्सा या फिर शराब का विरोध। मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराब पर तीखे तेवर दिखाते हुए एक वाईन शॉप में गोबर फेंका तो सोशल मीडिया पर लोग इस तरह के सवाल पूछले लगे। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि उमा भारती जी सरकार आप की है गोबर फेंकने से क्या फायदा। मामा को बोलो बुल्डोजर चलवा दो, है हिम्मत।
दरअसल, उमा भारती अपने सूबे में शराब का लगातार विरोध कर रही हैं। कई बार वो सार्वजनिक मंचों से शराब बिक्री की आलोचना कर चुकी है। पहले भी उन्होंने शराब की दुकान में पत्थर फेंके थे। उमा का मानना है कि इससे बहुत से घर तबाह हो रहे हैं। लेकिन लोगों का सवाल है कि जब सरकार उनकी ही है तो आबकारी नीति को बदलवाती क्यों नहीं? वो शिवराज सिंह पर दबाव डालकर शराबबंदी करा दें। ऐसे दुकानों पर पत्थर या गोबर फेंकने से क्या मिलने वाला है।
सोशल मीडिया पर ज्ञानेश शुक्ला ने कहा कि विरोध प्रकट करने का निहायत घटिया तरीका मैडमजी. मध्यप्रदेश में आपकी सरकार है। आप कानून के द्वारा भी कार्यवाही कर सकती थीं। अजय सिंह ने लिखा कि ये गोबर इनको अपने पार्टी कार्यालय के ऊपर फेकना चाहिए क्योंकि सरकार इनकी हैं और सरकार ने शराब बेचने का लाइसेंस दिया हैं। विनय कुमार ने लिखा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से कहना चाहिए शराब बंद करने को। ऐसे घूम घूमकर दिखावा करने की क्या जरूरत है।
मध्यप्रदेश : शराब बंदी की मुहिम चला रहीं हैं उमा भारती ने शराब की दुकान पर गोबर फेंककर विरोध जताया pic.twitter.com/uw4Mg3nRTo
— News24 (@news24tvchannel) June 14, 2022
गोबर क्यों फेंक रहीं हैं उमा भारती जी ?
MP में भाजपा की सरकार है, बुलडोज़र चलवा देंती !
?— Kishor Kumar Jain (@k08686055_jain) June 14, 2022
साहेब आलम ने लिखा कि उमा भारती जी सरकार आप की है गोबर फेंकने से क्या फायदा मामा को बोलो बुल्डोजर चलवा दो है हिम्मत? शैलेंद्र पाटिल ने लिखा कि पागल है क्या ये ? दुकानदार की क्या गलती ? हिम्मत है तो शकुनि “मामा” पर गोबर फेंको। एक ने कहा कि क्या नौटंकी है, कुछ नेता हमेशा विपक्ष मोड में ही रहते हैं। हम भारत के लोग हैंडल से ट्वीट किया गया कि क्या नोटंकी है! राज्य और केंद्र में सरकार इनकी, पूर्व मुख्यमंत्री रही है और शराब के खिलाफ विरोध करने के लिए गोबर राजनीति।
किशोर जैन ने लिखा कि गोबर क्यों फेंक रहीं हैं उमा भारती जी वहां भाजपा की सरकार है, बुलडोज़र चलवा देंती! एक यूजर ने लिखा कि आपके पार्टी के नेता जो पीते उनको रामजी गंगाजल से धो देते? दुकान तोड़ने से क्या होगा। कानून कौन बना रहा है। एक ने लिखा कि फालतू का ड्रामा है। इन्हीं के पार्टी की सरकार है। कानून लाकर शराब की दुकान बंद करवाओ। ये क्या कभी पत्थर मार रहीं, कभी कुछ। अभी समान्य आदमी ये सब करे तो सीधा जेल में डाल दिया जाएगा और कहीं विशेष समुदाय का हुआ तो उसका घर बुलडोजर से गिरा देंगे।