देश में हनुमान चालीसा को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। ये विवाद मध्य प्रदेश में सामने आया है जहां हनुमान चालीसा पढ़ने पर छात्रों पर जुर्माना लगा दिया गया। दरअसल, राज्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में एक निजी विश्वविद्यालय वीआईटी-भोपाल के कुछ छात्रों पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसकी सूचना जैसे ही प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को मिली, उन्होंने तुरंत कलेक्टर से बात की। नरोत्तम मिश्रा ने आश्वस्त किया है कि हनुमान चालीसा पढ़ने पर किसी भी छात्र से कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा।
नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोई जुर्माना नहीं लगेगा। हनुमान चालीसा हिंदुस्तान में नहीं पढ़ेंगे, तो कहां पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों से जुर्माना नही लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि ये विषय ऐसा नहीं है जैसा बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “चूंकि, उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया था, शोर के कारण सिक्योरिटी गार्ड, दूसरे बच्चों और उनके पालकों के फोन आए थे। प्रदेश के गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने कलेक्टर को इस मामले की विस्तार से जांच करने को कहा है।
बताया जा रहा है कि वीआईटी के छात्रों ने होस्टल रूम में हनुमान चालीसा पढ़ा था। होस्टल में करीब 20 छात्रों ने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। इसे लेकर कुछ छात्रों ने मैनेजमेंट से शिकायत कर दी। इसके बाद मैनेजमेंट ने छात्रों की अगुवाई करने वाले 7 छात्रों को जुर्माने का नोटिस थमा दिया, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। पूरे घटनाक्रम के बाद यूनिवर्सिटी के बाहर और अंदर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी।
हालांकि, नरोत्तम मिश्रा ने साफ किया है कि छात्रों से कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा और उन्होंने इस मामले की जांच कलेक्टर को सौंप दी है। वहीं, पूरे मामले पर अभी तक यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।