Jyotiraditya Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं और उनका प्रभाव भी काफी है। जैसा कि कांग्रेस पार्टी में उनका प्रभाव देखने को मिलता था, वैसा ही ठीक भाजपा में भी है। अपने दम पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराने वाले सिंधिया के समर्थक उनके लिए सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार रहते हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी सिंधिया की चरण वंदना करने से नहीं चूकते हैं, फिर वो चाहें शिवराज सरकार में मंत्री ही क्यों न हों। ऐसा ही कुछ नजारा शुक्रवार को देखने को मिला, जब शिवराज सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने भरे मंच पर ने अभिनेत्री महिमा चौधरी के सामने सिंधिया को साष्टांग दंडवत कर ज्योतिरादित्य सिंधिया की चरण वंदना की। यह नजारा देखकर अभिनेत्री महिमा चौधरी भी हैरान रह गईं। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और महाआर्यमान सिंधिया ने भी लगाई दौड़
कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे माधवराव सिंधिया की जयंती के मौके पर शुक्रवार (10 मार्च, 2023) को मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया था। इस मैराथन में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र महाआर्यमन, प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट और ऊर्जा मंत्री प्रधुम्र सिंह तोमर शामिल हुए। मैराथन को हरी झंडी फिल्म अभिनेत्री महिमा चौधरी ने दिखाई। मैराथन मेला ग्राउंड से शुरु हुई, जिसमें पुरुष और महिलाओं के अलग-अलग रुट तय किए गए थे। इस मैराथन में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाआर्यमान सिंधिया, ऊर्जा मंत्री प्रधुम्र सिंह तोमर, प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने भी दौड़ लगाई।
वहीं मध्यप्रदेश के शिवपुरी में शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जुगलबंदी देखने को मिली। दोनों नेताओं ने पहले माधव नेशनल पार्क में 2 टाइगर को छोड़े। फिर शिवपुरी शहर में रोड शो कर ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना संवाद एवं पर्यटन संवर्धन’ कार्यक्रम को संबोधित किया। सिंधिया ने कहा कि अब शिवपुरी ही नहीं पूरे चंबल संभाग की जनता बाघों की दहाड़ सुनेगी। सीएम शिवराज सिंह ने लाडली बहना योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पूर्व की कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना भी साधा।
सिंधिया ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। आज मेरे पिता की जयंती है। पुराने ग्वालियर स्टेट में दो मोती होते थे। एक श्योपुर का कूनो, दूसरा माधव नेशनल पार्क। दोनों को मेरे पूर्वजों ने स्थापित किया था। समय के साथ इन दोनों मोतियों से वन्य प्राणी लुप्त होते गए। 27 साल बाद फिर से माधव नेशनल पार्क में बाघ आए हैं। इस क्षेत्र का फिर से सम्मान लौटा है।