फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस विधायक सहित दो हजार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, ये है पूरा मामला
आरिफ मसूद का कहना है कि हमने कभी किसी के धर्म के बारे में बुरा नहीं कहा तो हमारे नबी के बारे में किसी तरह की गुस्ताखी करने का किसी को हक हासिल नहीं है।

फ्रांस में जारी कार्टून विवाद के चलते मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस ने कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद, कुछ मौलवियों सहित लगभग दो हजार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद का कहना है कि फ्रांस के राष्ट्रपति को मांफी मांगनी चाहिए। आरिफ मसूद का कहना है कि हमने कभी किसी के धर्म के बारे में बुरा नहीं कहा तो हमारे नबी के बारे में किसी तरह की गुस्ताखी करने का किसी को हक हासिल नहीं है। अगर फ्रांस के राष्ट्रपति ने कार्टून के उपर टिप्पणी की है तो हमने उसका विरोध किया है शांतिपूर्वक विरोध किया है। मुकदमा जो दर्ज हुआ है उसका जवाब मैं अदालत में दूंगा। क्योंकि अब मुकदमा तो दर्ज हो गया अब न्यायालय का मामला बचा है तो मैं न्यायालय में साबित करूंगा, लेकिन यह भी एक सवाल खड़ा होता है कि राजनैतिक पार्टियां अपना सभा चुनावी रैलियां कर सकती हैं वहां कोरोना का कोई मापदंड नहीं है, लेकिन हम सच बात करेंगे इंसाफ मांगेंगो तो हमपर मुकदमें दर्ज होंगे।
पुलिस ने बताया कि विधायक सहित लोगों के खिलाफ कोविड-19 के प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। तलैया पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी डीपी सिंह ने शुक्रवार को बताया कि मसूद और कुछ मौलवियों सहित लगभग दो हजार लोग विरोध प्रदर्शन करने के लिए बृहस्पतिवार को यहां इकबाल मैदान में एकठ्ठा हुए थे। इनके खिलाफ भादवि की धारा 188 (एक लोकसेवक द्वारा घोषित आदेश की अवज्ञा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनज़र जिला प्रशासन के आदेश का उल्लंघन किया है। गौरतलब है कि फ्रांस में जारी कार्टून विवाद के आलोक में भोपाल के इकबाल मैदान में बृहस्पतिवार को विधायक आरिफ मसूद के नेतृत्व में मौलवियों और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए। बाद में उसकी हत्या कर दी गई।