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Land for Job Scam क्या है? लालू-राबड़ी समेत परिवार की क्यों बढ़ सकती हैं मुश्किलें

सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं।

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आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (फोटो- द इंडियन एक्सप्रेस/फाइल)

दिल्ली की एक अदालत ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले के मामले में सोमवार (27 फरवरी, 2023) को लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य लोगों को समन भेजा है। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया है।

न्यायाधीश ने कहा, “चार्जशीट और रिकॉर्ड पर मौजूद दस्तावेजों और सामग्री के अवलोकन करने पर प्रथम दृष्ट्या दिखता है कि यह मामला धारा 120 बी, धारा 420, 467, आईपीसी की धारा 468 और 471 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध किया गया है। परिणामस्वरूप, इन अपराधों पर संज्ञान लिया गया है।” यह मामला तब का है जब लालू 2004 से 2009 के बीच रेलवे मंत्री थे। यह लालू के परिवार को तोहफे में या बेची गई जमीन के बदले में रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिए जाने से संबंधित है।

सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। यह भूमि प्रचलित सर्किट रेट से कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर अधिग्रहित की गई थीं।

क्या है पूरा मामला?

14 साल पुराने इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार ने कथित तौर पर 7 लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी थी, जिनमें से 5 की बिक्री हुई थी, जबकि 2 गिफ्ट के तौर पर लालू को दी गई थी। इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है। सीबीआई के मुताबकि, बिहार में पटना के निवासी होते हुए भी कुछ लोगों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में 2004-2009 के दौरान ग्रुप-डी के पदों पर स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बदले में उम्मीदवारों ने अपनी जमीन लालू के परिवार के सदस्यों और एक निजी कंपनी के नाम पर ट्रांसफर कर दी थी। जांच में पाया गया कि पहले उम्मीदवारों को ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तो उन्हें रेगुलर कर दिया गया। सीबीआई ने भी पाया कि जोनल रेलवे में सबस्स्टीट्यूट की भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं किया गया था। जांच एजेंसी का आरोप है कि पटना में स्थित लगभग 1,05,292 वर्ग फीट भूमि पर लालू के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर कब्जा किया हुआ है। इन जमीनों का सौदा नकद हुआ था। सीबीआई का कहना है कि ये जमीनें बेहद कम रेट पर खरीदी गई थीं। मौजूदा सर्किल रेट के हिसाब से जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपये थी।

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First published on: 28-02-2023 at 12:08 IST
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