Gujarat Kutiyana Election Results 2022, Kandhal Jadeja vs Dheliben Maldebhai Odedra Election Result 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में कुटियाना सीट (Kutiyana Assembly Seat) हमेशा से चर्चा का विषय रही है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी के कांधल जडेजा ने बीजेपी उम्मीदवार को 5 हजार वोटों से अधिक वोटों से हराया। ये लगातार उनकी तीसरी जीत है।
पोरबंदर जिले (Porbandar District) में आने वाले कुटियाना सीट पर साल 2012 और 2017 के चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी (NCP) ने जीत हासिल की थी। पार्टी के उम्मीदवार कांधल जडेजा (Kandhal Jadeja) विधानसभा में पहुंचे थे, लेकिन इस बार उन्होंने पाला बदल लिया। गुजरात की ‘लेडी डॉन’ कही जाने वाली संतोकबेन जडेजा (Santokben Jadeja) के बेटे कांधल जडेजा इस बार समाजवादी पार्टी (SP) के टिकट पर कुटियाना सीट से चुनाव लड़ रहे थे। कांधल जडेजा ने ऐलान किया था कि जीत के लिए उनका नाम ही काफी है।
आपको बता दें कि गुजरात में कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन के बाद कुटियाना सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। इसी वजह से कांधल जडेजा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। पिछले विधानसभा चुनाव में कुटियाना सीट से जीतने वाले कांधल जडेजा एनसीपी के इकलौते विधायक थे। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी ओडेदरा लखमणभाई भीमाभाई को 23 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।
कांधल की मां संतोकबेन भी रही हैं विधायक
कुटियाना सीट से पहले कांधल जडेजा (Kandhal Jadeja)की मां संतोकबेन जडेजा (Santokben Jadeja) भी विधायक रही हैं। उनका इलाके में खासा दबदबा है। लेडी डॉन के नाम से मशहूर संतोकबेन पर करीब 500 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। उनपर ‘गॉडफादर’ (Godfather) के नाम से एक फिल्म भी बनी है। संतोकबेन की तरह उनके बेटे को भी लोग ‘भाई’ के नाम से पुकारते हैं। कांधल जडेजा पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
कैसा रहा है कुटियाना सीट (Kutiyana Assembly Seat) का समीकरण?
आपको बता दें कि कांधल जडेजा के अलावा कुटियाना सीट (Kutiyana Assembly Seat) पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ढेलिबेन मालदेभाई ओदेदारा को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं आम आदमी पार्टी ने भीमाभाई दानाभाई मकवाना को मैदान में उतारा है। कांग्रेस (Congress) की तरफ से नाथाभाई भूराभाई ओदेदरा मैदान में हैं। कुटियाना विधानसभा सीट पर 1998, 2002 और 2007 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद से यह सीट एनसीपी (NCP) के खाते में चली गई।