केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पिनराई विजयन सरकार को गुजरात डैशबोर्ड सिस्टम पसंद आ गया है। पिनराई विजयन ने फैसला किया है कि इस सिस्टम के अध्ययन के लिए राज्य के मुख्य सचिव को गुजरात भेजेंगे। जिसके बाद तमाम विपक्षी दलों ने सीपीएम सरकार को ‘गुजरात माडल’ का अध्ययन करने को लेकर आडे़ हाथों लिया है।
केरल में सीपीएम के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने डैशबोर्ड प्रणाली का अध्ययन करने के लिए भाजपा शासित गुजरात में वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है। केरल के मुख्य सचिव वी पी जॉय और अधिकारी एन एस के उमेश सहित प्रतिनिधिमंडल गुरुवार (28 अप्रैल) को डैशबोर्ड सिस्टम पर एक प्रेजेंटेशन में शामिल होगा। यह कदम सीपीएम के कन्नूर में अपनी पार्टी मीटिंग में ‘केरल मॉडल ऑफ डेवेलपमेंट एंड गवर्नेंस’ के देशभर में प्रचार और प्रसार के फैसले दो हफ्ते बाद आया है।
विपक्षी दलों ने काटा बवाल: गुजरात डैशबोर्ड प्रणाली मुख्यमंत्री कार्यालय को ई-गवर्नेंस एप्लिकेशन के जरिए तालुक स्तर तक डेटा एक्सेस करने की सुविधा देती है। 2018 में जब विजय रूपानी मुख्यमंत्री थे तब ‘गुजरात सीएम डैशबोर्ड’, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) की तकनीकी सहायता से स्थापित किया गया था। एक तरफ जहां जबकि गुजरात डैशबोर्ड ने कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों को आकर्षित किया है, वहीं केरल सरकार के इस कदम पर विपक्षी दलों ने बवाल काटा है।
केरल के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने दावा किया कि सरकार के इस कदम ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच करीबी संबंध को जाहिर कर दिया है। वहीं, बीजेपी ने कहा कि विजयन को सभी भाजपा शासित राज्यों से सुशासन की कला सीखनी चाहिए।
डैशबोर्ड को लागू करने पर कोई फैसला नहीं: हालांकि, सीपीएम ने विपक्ष की टिप्पणी पर आधिकारिक रूप से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि पीएम मोदी ने सीएम विजयन के साथ बातचीत के दौरान, गुजरात डैशबोर्ड से सीखने का सुझाव दिया था। नेता ने कहा कि केरल में फिलहाल डैशबोर्ड को लागू करने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने कहा कि यह अच्छी बात है कि केरल की टीम सीएम डैशबोर्ड के बारे में जानने आ रही है। इस पहल का अध्ययन करने के लिए कई राज्यों के अधिकारी पहले ही गुजरात का दौरा कर चुके हैं।