बेंगलुरु में बीमारियों का डबल अटैक, फैल रही ‘हैजा’ जैसी बीमारी, कोरोना वायरस का संदिग्ध भी हुआ लापता
शहर में 'हैजा' जैसी बीमारी के लक्षण नजर आने पर कई लोगों को सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

देशभर में कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी के मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच एक और बीमारी ने बेंगलुरु के लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के मुताबिक शहर में ‘हैजा’ जैसी बीमारी के लक्षण नजर आने पर कई लोगों को सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मगर इन मरीजों के नमूनों में उस बैक्टीरिया की मौजूदगी नहीं है जो इस बीमारी का कारण होते हैं। हालांकि हैजा जैसी बीमारी से पीड़ित रोगियों में दस्त, निर्जलीकरण, उल्टी और थकावट जैसे लक्षण नजर आए हैं। इन मामलों से निपटने वाले डॉक्टर यह समझने में असमर्थ हैं कि यह कौन सी बीमारी है।
मामले में ओल्ड एयरपोर्ट स्थित मणिपाल हॉस्पिटल के डॉक्टर मनोहर केएन ने बताया, ‘हमें हैजा एक मामले की पुष्टि होने की सूचना मिली। दो अन्य मरीजों की रिपोर्ट आने का इंतजार है। इसके अलावा अन्य 3-4 मरीजों में हैजा जैसे लक्षण पाए गए हैं।’ उन्होंने कहा कि सड़क किनारे भोजनालय में मिलने वाला गंदा पानी हैजा का कारण बनता है।
उल्लेखनीय है कि शहर में कोरोना वायरस के एक संदिग्ध मरीज के लापता होने से प्रशासन खासा सकते में है। दरअसल दुबई से यहां के एयरपोर्ट पर आए जिस व्यक्ति को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती करवाया गया था, वह अस्पताल से भाग गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। व्यक्ति रविवार को यहां आया, उसे तेज बुखार था और कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण भी उसमें नजर आए थे जिसके बाद उसे वेनलॉक अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
बताया जाता है कि उसने रात को अस्पताल के स्टाफ से झगड़ा किया। उसका कहना था कि वह संक्रमित नहीं है और यह कहते हुए अस्पताल से चला गया कि वह किसी निजी अस्पताल में अपना इलाज करवाएगा। अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद अस्पताल से ‘भागे’ मरीज की तलाश के लिए तटीय जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया। जिला स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को मंगलुरु पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। मामले की जांच जारी है।