विकास दुबे एनकाउंटर के एक दिन बाद ही ‘खतरे से बाहर’ हो गए 6 पुलिसकर्मी, एक खुद मोटरसाइकिल चलाकर गया घर
इंडियन एक्सप्रेस ने हेड कॉन्स्टेबल सेंगर और कॉन्स्टेबल विमल कुमार दोनों से संपर्क साधा लेकिन उन दोनों ने इस मामले में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इन दोनों के अस्पताल से जाने के बारे में पूछने पर मेडिकल अधिकारी ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि उन लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है या नहीं।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के हत्या के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर में घायल हुए यूपी पुलिस के 6 पुलिसकर्मी एक दिन बाद ही ‘खतरे से बाहर’ हो गए। यूपी पुलिस एसडीएफ की तरफ से कथित एनकाउंटर में घायल हुए इन पुलिसकर्मियों की हालत को स्थिर बताया गया है।
कानपुर में लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलेट हॉस्पिटल) के इमरजेंसी मेडिकल अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि यूपी पुलिस एसटीएफ के घायल हुए 6 पुलिसकर्मी की स्थिति ‘खतरे से बाहर और स्थिर’ है। इससे पहले पुलिस का कहना था कि शुक्रवार को जिस गाड़ी मे विकास दुबे को ले जाया जा रहा था वह गाड़ी पलट गई थी। गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने एक पुलिस कर्मी से हथियार छीनकर उनके ऊपर फायर किया।
घायल हुए एसटीएफ कर्मियों में हेड कॉन्स्टेबल शिवेंद्र सिंह सेंगर और कॉन्स्टेबल विमल कुमार भी शामिल थे। पुलिस के अनुसार ये लोग गोली लगने से घायल हो गए थे। हैलेट अस्पताल के मेडिकल अधिकारी ने कहा कि उनके जख्म हल्के थे और गोलियां उन्हें छूकर निकल गई थीं। विनय कुमार ने बताया कि चार अन्य लोगों को कल्याण पुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया।
विमल कुमार और सेंग दोनों को शनिवार को अस्पताल में करीब 3 बजे टहलता देखा गया। करीब शाम 5.30 बजे कॉन्स्टेबल शिवेंद्र सिंह सेंगर खुद मोटरसाइकिल चलाकर चला गया। वहीं, विमल कुमार भी किसी अन्य के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर अस्पताल से निकल गया।
इंडियन एक्सप्रेस ने हेड कॉन्स्टेबल सेंगर और कॉन्स्टेबल विमल कुमार दोनों से संपर्क साधा लेकिन उन दोनों ने इस मामले में किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इन दोनों के अस्पताल से जाने के बारे में पूछने पर मेडिकल अधिकारी ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि उन लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है या नहीं।
वहीं, सीएचसी के मेडिकल ऑफिसर महेंद्र कुमार ने कहा कि शुक्रवार को 4 पुलिसकर्मी यहां आए थे। उन लोगों को हैलेट अस्पताल से रेफर किया गया था। उन चारों की चोट के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी के मुंह से खून निकल रहा था। हो सकता है गाड़ी के पलटने से वह घायल हो गए हों।
कॉन्स्टेबल प्रदीप व सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने चक्कर आने की शिकायत की थी। चौथे, सब इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिंह के पेट में दर्द हो रहा था। इनमें से एक पुलिसकर्मी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि गाड़ी पलटने की घटना के क्रम के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।
उसने बताया कि वहां पूरी तरह से अफरातफरी फैल गई थी…विकास दुबे ने हमारे एक अधिकारी से पिस्टल छीन कर हम लोगों पर दो गोलियां चलाई थीं।