दिल्ली के कंझावला इलाके (Kanjhawala in Delhi) में नए साल की रात में सड़क हादसे में मारी गई अंजलि का परिवार धरने पर बैठा है। दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने (Sultanpuri Police Station) के बाहर अंजलि का परिवार धरने पर बैठा हुआ है। अंजलि के परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा जोड़ो जाए।
धारा 302 जोड़ने में क्या दिक्कत?- अंजलि के मामा
मृतक अंजलि के मामा ने कहा कि मामले में हत्या की धारा जोड़ी जाए। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “एसएचओ (SHO) ने हमसे कहा कि वह हमें डीसीपी (DCP) से बात करवाएंगे। धारा 302 (हत्या) को जोड़ना उनके हाथ में नहीं है बल्कि उनके वरिष्ठों के हाथ में है। अगर आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया है, तो पुलिस और क्या देखना चाहती है?”
बता दें कि सोमवार को रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) में आरोपियों के खिलाफ सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। सुनवाई के दौरान आरोपी आशुतोष, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल वर्चुअली मौजूद रहे। इस दौरान कोर्ट ने पुलिस को फटकार भी लगाई। दरअसल सबूतों को लेकर कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई।
कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को लगाई फटकार
रोहिणी कोर्ट ने पुलिस से पूछा कि पुलिस सारे सीसीटीवी फुटेज इकट्ठे क्यों नहीं करती है? क्या पुलिस सबूतों से छेड़छाड़ के इंतजार में बैठी है। पिछले चार दिनों में उन्हें कितने सीसीटीवी फुटेज मिले? कोर्ट के सवाल पर मामले के जांच अधिकारी ने कहा, “अब तक उन्हें 6 फुटेज हाथ लगे घटना का रास्ता लंबा होने के कारण समय लग रहा है। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि आरोपी अपनी गाड़ी से नीचे भी उतरे थे। आरोपियों को पता था कि लड़की गाड़ी में फंसी है, इसके बावजूद वह गाड़ी चलाते रहे।”
वहीं रविवार रात अंजलि सिंह के घर में चोरी हुई है। अंजलि के परिवार के लोगों ने इस चोरी के लिए उसकी दोस्त निधि को जिम्मेदार ठहराया है। अंजलि के परिवार की सदस्य अनु ने मीडिया को बताया कि उनके घर के आसापास रहने वाले लोगों ने चोरी के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा, “निधि पकड़े जाने के डर से अपना सामान हमारे घर में रखवाना चाह रही थी। पुलिस 8 दिन से हर जगह थी लेकिन कल ही क्यों नहीं थी?” चोरी का पता चलने के बाद अंजलि के परिवार के लोगों ने पुलिस को कॉल किया था।