Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ संकट (joshimath crisis) अब नेशनल मुद्दा बन चुका है। वहां पहुंचकर कई बड़े नेता और अधिकारी क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। इसी बीच मंगलवार (10 जनवरी, 2023) को मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) जोशीमठ पहुंची और हालात का जायजा लिया।
एक निजी टीवी चैनल से बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने भुवन चन्द्र खण्डूरी और कांग्रेस नेता हरीश रावत की तारीफ की। उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस नेता हरीश रावत ने लोहारी नागपाला का प्रोजेक्ट रुकवा दिया था, जब जीडी अग्रवाल और आनंद स्वामी अनशन पर बैठे थे और 1500 करोड़ का घाटा उठा लिया था।
उमा भारती ने कहा कि ऐसे सभी प्रोजेक्ट को रिव्यू कर लेना चाहिए। उत्तराखंड को लो हैंगिंग फ्रूट मत मानो। यह देवभूमि है। यहां से पूरे देश को ऑक्सीजन मिल रही है। उमा भारती ने कहा कि मैंने एक्सपर्ट्स के ओपिनियन के साथ इस मुद्दे पर पहले भी कहा था, लेकिन बाद में एक और एक्सपर्ट का ओपिनियन आ गया और इसलिए यह प्रोजेक्ट जारी रखा गया।
उमा भारती ने कहा कि पहले के समय में भी ऐसा हुआ है कि प्रोजेक्ट को रोक दिया गया है। उमा भारती ने पुराना उदाहरण दिया कि हरीश रावत जी के समय में भी एक प्रोजेक्ट को रोका गया था और सरकार ने 1500 करोड़ का नुकसान उठाया था। उमा भारती ने कहा कि अब भी समय है कि ऐसे प्रोजेक्ट को रोक दिया जाए। इस उत्तराखंड को देव भूमि ही समझा जाए।
उमा भारती ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की
उत्तराखंड की वर्तमान धामी सरकार की तारीफ करते हुए उमा भारती ने कहा कि यहां जो संकट आना था आ चुका है। अब धामी जी की सरकार में उत्तराखंड में कोई संकट नहीं आना है। उन्होंने धामी को देश का सबसे अच्छा मुख्यमंत्री बताया। जोशीमठ संकट को लेकर उमा भारती ने कहा कि अभी आपदा आई नहीं है, सिर्फ उसके संकेत हैं और सरकारों ने इस पर समय रहते उचित संज्ञान ले लिया है।
उमा भारती ने कहा कि हमने 2017 में ही कह दिया था कि ऐसे प्रोजेक्ट हिमालय के लिए अपूर्णाय क्षति है। उमा भारती ने कहा कि उस वक्त भी हमारी ही सरकार में कुछ अधिकारी इस प्रोजेक्ट को पूरा कराने की जिद पर अड़े हुए थे। उमा भारती ने कहा कि यहां कई एक्सपर्ट्स आएंगे और अलग-अलग राय देंगे।