कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या के बाद कश्मीर के डीसी पांडुरंग पोल (K Pandurang Pole ) ने बुधवार (18 मई, 2022) को कहा कि संवेदनशील इलाकों में कश्मीरी पंडितों की पोस्टिंग नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी सरकारी विभागों के प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों के एक सप्ताह के विरोध के बाद ये निर्देश दिए हैं।
बता दें कि 12 मई को बडगाम जिले के चदूरा के तहसील कार्यालय में संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा एक सरकारी कर्मचारी राहुल भट की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से समुदाय के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कश्मीर में पीएम पैकेज के तहत काम करने वाले कर्मचारियों ने इस घटना के बाद से काम पर लौटने से इनकार कर दिया है और सुरक्षित क्षेत्रों में पोस्टिंग की मांग कर रहे हैं।
पाल ने कहा, “मैंने आज एक बैठक कर सभी मुख्य इंजीनियरों, निदेशकों, एचओडी को निर्देश दिया कि उन्हें (कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को) कस्बों या जिला मुख्यालयों में ड्यूटी दी जानी चाहिए, ताकि वे संवेदनशील क्षेत्रों में न हों।”
उन्होंने कहा, “सभी कर्मचारियों को एक कोड और क्षमता के भीतर काम करना होता है। जहां तक सेवा से संबंधित सभी मामलों, जैसे पोस्टिंग, पदोन्नति या आवास के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा करने का मामला हो, इन सभी का जल्द से जल्द समाधान किया जा रहा है।”
इस बीच शेखपोरा, बडगाम में सरकारी कॉलोनी के निवासियों ने प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा। इस कॉलौनी में पीएम पैकेज के तहत काम करने वाले कर्मचारी रहते हैं। बुधवार शाम को उन्होंने विरोध जताते हुए एयरपोर्ट रोड को कम से कम 20 मिनट तक जाम करके रखा।
रविवार को, मेनस्टीम गठबंधन पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) के सदस्यों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की थी, जिसमें “(कश्मीरी) पंडित कर्मचारियों के लिए सुरक्षित कामकाजी माहौल की मांग की गई थी।” भाजपा की राज्य इकाई के सदस्यों ने भी सिन्हा से मुलाकात की और उनसे कश्मीरी पंडित समुदाय की मांगों पर विचार करने का आग्रह किया।