Jammu-Kashmir: अमरनाथ यात्रा के चलते टले विधानसभा चुनाव, अगस्त में हो सकती है वोटिंग
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को देखते हुए विधानसभा चुनाव को अगस्त में होने की संभावना है। बता दें कि चुनाव को सुरक्षा कारणों की वजह से टाला गया है।

अमरनाथ यात्रा के चलते जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव अगस्त तक कराए जाने की संभावना जताई जा रही है। 46 दिन तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए और अन्य कारणों की वजह से चुनाव को टाला गया है। बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त विशेष पर्यवेक्षकों ने भी मई-जून में चुनाव कराने की सिफारिश की थी। लेकिन अब आयोग के अधिकारियों का कहना है कि अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले इतना समय नहीं है कि वह चुनाव की तैयारियां कर सके और वहां चुनाव करा सके।
‘चुनाव और अमरनाथ यात्रा साथ में असंभव’: बता दें कि इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू होगी और श्रावण पूर्णिमा के दिन 15 अगस्त को संपन्न होगी। ऐसे में पूरी यात्रा को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी सुरक्षा बलों की होती है। लखनपुर से कश्मीर घाटी तक पूरे नेशनल हाइवे पर सुरक्षा बल तैनात रहते हैं। यहीं नहीं बालटाल और पहलगाम जैसे मुख्य स्थल में भी सुरक्षा बल मौजूद रहते हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि ऐसे में यात्रा के लिए जवानों की तैनाती और राज्य में चुनाव एक साथ कराना संभव नहीं है।
“National Hindi News, 18 May 2019 LIVE Updates: दिनभर की बड़ी खबरों के लिए क्लिक करें”
नवंबर में चुनाव कराना चाहता है स्थानीय प्रशासनः वहीं कश्मीर प्रशासन विधानसभा चुनाव को नवंबर में कराने की बात कर रहा है। इसके लिए उसने चुनाव आयोग के पास अपनी बात भी रखी है। इस पर कश्मीर प्रशासन का कहना है कि नवंबर में चुनाव कराने से यह फायदा होगा कि इसमें गुज्जर और बकेरवाल जाति के लोग भी शामिल हो पाएंगे। प्रशासन के अनुसार पलायन करने वाले ये लोग नवंबर में वापस कश्मीर आते हैं। ऐसे में वोटरों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
कश्मीर में अभी राष्ट्रपति शासनः बता दें कि कश्मीर में अभी राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। पिछले साल पीडीपी और बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के बाद से वहां राष्ट्रपति शासन है। बता दें कि राज्य में 19 जून 2018 से राज्यपाल शासन लगा था और उसके बाद 19 दिसंबर से वहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया है।