Shri Sammed Shikharji: झारखण्ड सरकार के आदेश के खिलाफ अनशन पर बैठे जैन मुनि का निधन हो गया। दरअसल झारखण्ड सरकार द्वारा ‘श्री सम्मेद शिखरजी’ (Shri Sammed Shikharji) को पर्यटन स्थल घोषित करने के निर्णय के विरुद्ध 10 दिनों तक अनशन करने के बाद जैन मुनि सुग्य सागर महाराज (Sugya Sagar Maharaj) का मंगलवार (3 जनवरी) को राजस्थान जयपुर में निधन हो गया। उन्होंने 25 दिसंबर 2022 को अनशन करना शुरू किया था। सूर्य सागर महाराज जयपुर के सांगानेर स्थित दिगंबर जैन मंदिर (Digambar Jain Temple) में निवास कर रहे थे। वहीं गुजरात में जैन समाज के लोगों ने मौन प्रदर्शन किया।
जैन मुनि ने सुबह 6 बजे अंतिम सांस ली
झारखंड सरकार (Jharkhand government) के इस फैसले के विरोध में उन्होंने खाना-पानी पूरी तरह त्याग दिया था। सोमवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जैन मुनि (Jain monk) ने मंगलवार सुबह करीब छह बजे अंतिम सांस ली।
अखिल भारतीय दिगंबर जैन युवा एकता संघ (Akhil Bhartiya Digambar Jain Yuva Ekta Sangh) के अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि श्री सम्मेद शिखर जैन समुदाय के विश्वास के प्रतीक हैं और धार्मिक स्थल का एक लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि कुल 20 तीर्थंकरों ने प्रशांत हिल, जहां मंदिर स्थित है, वहां अपनी साधना के माध्यम से मोक्ष प्राप्त किया।
झारखंड सरकार (Jharkhand government) ने इस साल पारसनाथ हिल्स (Parasnath Hills) में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का फैसला किया था। हर साल दुनिया भर से हजारों जैन यहां आते हैं जो 27 किलोमीटर की चढ़ाई कर पहाड़ियों के शिखर तक पहुंचते हैं, जहां 20 तीर्थंकरों के मोक्ष मंदिर हैं।
मुंबई, भोपाल, अहमदाबाद, नई दिल्ली, सूरत सहित अन्य जगहों पर व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। जैन समाज के लोगों का कहना है कि पारसनाथ हिल्स (Parasnath Hills) में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के झारखंड सरकार के फैसले से श्री सम्मेद शिखरजी की पवित्रता धूमिल होगी। प्रदर्शनकारियों ने झारखंड सरकार द्वारा लिए गए फैसले को वापस लेने की मांग की है।
गुजरात में मौन विरोध प्रदर्शन
वहीं गुजरात के पलिताना में जैन समाज के मंदिर में तोड़फोड़ करने के खिलाफ जैन समुदाय सड़कों पर उतर का विरोध प्रदर्शन कर रहा है। जैन समुदाय इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहा है। वहीं मंगलवार को जैन समाज के लोगों मौन प्रदर्शन किया।