मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले (Burhanpur district) में वन विभाग द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया। इस दौरान वन भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के साथ हिंसक झड़प में 13 लोग घायल हो गए। गतिरोध के दौरान चौंकाने वाले दृश्य सामने आये हैं। इसमें अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण विरोधी टीम (anti-encroachment team) को आने से रोकने के लिए कच्चे बम, धनुष और तीर और देशी हथियारों का उपयोग करते हुए दिखाया गया है।
घटना शनिवार को उस समय हुई, जब अतिक्रमण और पेड़ों की अवैध कटाई की सूचना के बाद अतिक्रमण विरोधी टीम घाघराला के जंगलों (Ghaghrala forests) में पहुंची थी। इसी दौरान टीम पर धनुष और तीर, पत्थर, देशी बम और अन्य हथियारों से लैस कम से कम 150 लोगों ने हमला कर दिया।
वीडियो में दिखाया गया है कि टीम के सदस्य दंगल गियर में आपत्तिजनक स्थिति में आगे बढ़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वन विभाग के साथ गए कुछ ग्रामीणों को भी गंभीर चोटें आई हैं। वन विभाग के अधिकारी आरपी राय (RP Rai) ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “तीन दिन से करीब 200 अतिक्रमणकारी यहां जंगल में पहुंचे हैं। हमें सूचना मिली थी कि वे देशी बम ले जा रहे हैं और भय फैलाने के लिए फायरिंग कर रहे हैं। DFO ने डीएम और एसपी को लिखित में मामले के बारे में जानकारी दे दी है।”
तीर से वन विभाग के एक कर्मी (forest department personnel) और एक ग्रामीण की पीठ और कंधे में चोट लगी है। घायलों को बुरहानपुर जिला अस्पताल (Burhanpur District Hospital) में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक अतिक्रमणकारियों ने जंगल के अंदर शरण ले रखी है और किसी को भी जंगल में घुसने नहीं दे रहे हैं।
इस घटना के बाद वहां भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। विभिन्न मंडलों से स्टाफ भी वहां जमा किए गए हैं। इसके साथ ही 60 एसएसएफ के जवान हैं। प्रशासन ने कहा कि बहुत जल्द ही अतिक्रमणकारियों को खदेड़ कर जंगलों से भगाने का प्रयास करेंगे।