हवाईअड्डा कर्मचारियों को लेकर डीटीसी ने दिखाई मेहरबानी
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के कर्मचारियों ने विभिन्न टर्मिनलों के बीच यात्रा करने के लिए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) से मासिक पास जारी करने की मांग की थी।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के कर्मचारियों ने विभिन्न टर्मिनलों के बीच यात्रा करने के लिए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) से मासिक पास जारी करने की मांग की थी। रोजाना कूपन से यात्रा करने पर उनके काफी पैसे खर्च होते थे। डीटीसी ने मेहरबानी दिखाते हुए जो पास जारी किए उसके जरिए टर्मिनल के साथ-साथ पूरी दिल्ली में यात्रा करने की छूट दे डाली।
डीटीसी से जुड़े एक यूनियनकर्मी का कहना है कि डीटीसी को हवाईअड्डा कर्मचारियों के लिए टर्मिनल-3 से टर्मिनल-1 के बीच यात्रा करने के लिए 1400 रुपए का मासिक पास जारी करना था, जिसके लिए 2015 में हवाईअड्डा कर्मचारी संगठन की ओर से प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन डीटीसी के अधिकारियों ने कर्मचारियों को 1400 रुपए में पूरी दिल्ली में यात्रा करने की छूट दे दी।
हवाईअड्डे पर काम करने वाले कर्मचारियों को यहां के टी-3 से टी-1 तक बार-बार यात्रा करने के लिए 25 रुपए का कूपन लेना पड़ता था, जबकि कर्मचारियों को डीटीसी बस से दिन में कई बार दोनों टर्मिनलों में आना-जाना पड़ता था। कर्मचारी इसके लिए रोजाना कूपन लेते थे, जिससे दोनों टर्मिनलों के बीच आने-जाने में उनके हजारों रुपए खर्च हो जाते थे। इससे बचने के लिए हवाईअड्डा कर्मचारी संगठन ने डीटीसी अधिकारियों को एक पत्र लिखा, जिसमें एअरपोर्ट कर्मियों ने दोनों टर्मिनलों के बीच 1400 रुपए के मासिक पास की व्यवस्था करने की मांग की।
इसको लेकर डीटीसी के अधिकारियों और एअरपोर्ट कर्मचारियों की कई बैठकें भी हुर्इं, लेकिन जब पास लागू करने की बात आई तो डीटीसी ने 1400 रुपए में ही एअरपोर्ट टर्मिनल सहित पूरी दिल्ली में यात्रा करने की छूट दे दी। डीटीसी वर्कर्स यूनियन के उपमहासचिव ज्ञानचंद का कहना है कि हवाईअड्डा कर्मचारियों ने 25 रुपए के कूपन की जगह 1400 रुपए के मासिक पास की मांग की थी।