Himachal Pradesh Assembly Election Result 2022: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस (Congress) ने 68 सीटों में से 40 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हिमाचल विधानसभा की 25 सीटें मिलीं। बहुमत हासिल कर कांग्रेस सरकार बनाने को तैयार है। पार्टी ने 9 दिसंबर को विधायकों की बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्यमंत्री (Himachal CM) के नाम पर मंथन और फैसला होगा।
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री की दौड़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh), वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh), पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और वरिष्ठ नेता सुधीर शर्मा शामिल हैं।
- मीडिया से बातचीत करते हुए हिमाचल प्रदेश की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह (Pratibha Singh) ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस के विधायक दल और आला कमान फैसला लेंगे लेकिन वीरभद्र परिवार को दरकिनार नहीं किया जा सकता है। उनके बेटे और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “एक बेटे के रूप में मैं चाहता हूं कि प्रतिभा जी को एक बड़ी जिम्मेदारी मिले।”
- हिमाचल में जीत के बाद कांग्रेस अपने विधायकों को 90 किलोमीटर दूर चंडीगढ़ ले जाने की योजना बना रही है, ताकि भाजपा द्वारा तत्काल खरीद-फरोख्त के किसी भी प्रयास का मुकाबला किया जा सके।
- हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री की विरासत की उपेक्षा नहीं कर सकता क्योंकि पार्टी ने उनके नाम पर चुनाव लड़ा था। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, “विधायक अपना नेता चुनेंगे। वे सबसे अच्छा निर्णय लेंगे, जिसे पार्टी के आलाकमान तक पहुंचाया जाएगा।” उन्होंने कहा, “मैं यह नहीं कह रही हूं कि मैं मुख्यमंत्री की दौड़ में हूं। लेकिन हमने दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर यह चुनाव जीता है। आप उनकी और उनके परिवार की उपेक्षा नहीं कर सकते।”
- कांग्रेस ने नई सरकार के गठन को लेकर नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक शुक्रवार को शिमला (Shimla) में बुलाई है। इसमें हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल होंगे। इस बैठक में नई सरकार के गठन से लेकर राज्य के अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी चर्चा की जाएगी। शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक पीसीसी कार्यालय में दोपहर तीन बजे तक होने की संभावना है।
- कांग्रेस में सीएम कैंडीडेट को लेकर चल रही चर्चा के बीच प्रतिभा सिंह के बेटे और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इसका फैसला विधायक करेंगे, लेकिन बेटे के तौर पर चाहूंगा कि मेरी मां मुख्यमंत्री बने। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह अपनी मां को मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपनी विधानसभा सीट तक छोड़ने के लिए तैयार हैं।
- बड़े नामों के अलावा दो ऐसे नाम हैं जिन पर भी हिमाचल कांग्रेस विचार कर सकती है। पहले हैं हर्षवर्धन चौहान जो सिरमौर जिले की शिलाई सीट से पांच बार के विधायक हैं। उनके पिता हिमाचल सरकार में मंत्री रह चुके हैं। दूसरा नाम है राजेश धर्माणी का जो कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं और धर्माणी बिलासपुर की घुमारवीं सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद कहा कि हम देवभूमि हिमाचल प्रदेश की जनता का हृदय से धन्यवाद करते हैं। हम हाथ जोड़कर हिमाचल के सभी बहन-भाईयों का कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए अभिनंदन करते हैं। कांग्रेस पार्टी हिमाचल की जनता से किये गये 10 वादे पूरे करने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
- कांग्रेस जीते हुए विधायकों के साथ चंडीगढ़ में मीटिंग करेगी। बैठक के लिए चंडीगढ़ को विशेष रूप से क्यों चुना गया इस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ पहुंचना सभी के लिए सुविधाजनक है इसलिए हमारे विजयी विधायकों की बैठक वहीं आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम डरे हुए नहीं हैं क्योंकि हमने निष्पक्ष रूप से चुनाव जीता है।
- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में वोट शेयर के मामले में कांग्रेस 43.88 प्रतिशत वोटों के साथ भाजपा से मामूली रूप से आगे थी। कुल पड़े मतों में से 42.99 प्रतिशत के साथ भाजपा दूसरे स्थान पर रही। अन्य को राज्य में 10.4 फीसदी वोट मिले।
- कांग्रेस के भाजपा सूबे में कुछ भी कर सकती है वाले बयान पर जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) ने कहा कि कांग्रेस के भीतर सीएम बनने की होड़ है। शायद यही वजह है कि उसके नेता डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक चुने गए हैं। अब उनकी रक्षा करना कांग्रेस का ही काम है। कांग्रेस के विधायकों को दूसरे स्थान पर ले जाए जाने की खबरों पर जयराम ठाकुर ने कहा कि पता नहीं उन्होंने क्या मजाक बना रखा है। विधायक चुनकर आए हैं, ऐसी परिस्थितियों में इस तरह की बातें करने का कोई तुक नहीं है।