बिहार की राजनीति में मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बड़ा ऐलान किया है। सोमवार (30 जनवरी, 2023) को उन्होंने कहा कि वे मरते दम तक भारतीय जनता पार्टी के साथ कभी हाथ नहीं मिलाएंगे। उन्होंने कहा, “मैं मर जाऊंगा, लेकिन बीजेपी से कभी हाथ नहीं मिलाऊंगा।” उन्होंने यह भी दावा किया कि साल 2020 में बीजेपी (BJP) ने पीछे पड़कर जेडीयू (JDU) के साथ गठबंधन किया था, जबकि वे बीजेपी को छोड़ चुके थे।
उन्होंने कहा कि एक बार चुनाव तो होने दीजिए, सबको पता चल जाएगा कि कौन कितने पानी में है। उनका ये बयान ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में बिहार भाजपा की कार्यकारिणी में जनता दल (यूनाईटेड) के साथ फिर कभी गठबंधन नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया गया था।
बीजेपी का दावा- JDU के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी पार्टी, कार्यकारिणी की बैठक में दिया गया प्रस्ताव
रविवार को बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा था, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का फैसला है कि पार्टी कभी भी नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं करेगी। दरभंगा में राज्य कार्यकारिणी की बैठक में इस निर्णय से अवगत कराया गया।”
उन्होंने आगे कहा, “जद (यू) के कुछ वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी को लेकर अफवाहें फैला रहे थे, जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने जनादेश के साथ विश्वासघात किया है और वोट बदलने की ताकत भी खो दी है। हम किसी भी परिस्थिति में कभी भी नीतीश कुमार के साथ गठबंधन नहीं करने के केंद्रीय भाजपा नेतृत्व के फैसले का स्वागत करते हैं। इससे भविष्य में बिहार में भाजपा की सरकार बनाने की दिशा में पार्टी का मनोबल बढ़ेगा।
इससे पहले जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया था कि जदयू के बड़े नेता बीजेपी के संपर्क में हैं। उपेंद्र कुशवाहा जब एम्स में भर्ती थी तो कुछ बीजेपी नेताओं के साथ उनकी एक फोटो सामने आई थी। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कुशवाहा भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि वे जदयू को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे।