हाथरस गैंगरेप: पीड़िता का भाई बोला- जांच से संतुष्ट नहीं, DM अबतक सस्पेंड नहीं, ममता बनर्जी ने निकाली विरोध में रैली
हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार के प्रति सहानुभूति जताते हुए ममता ने कहा-" सरकार क्या समझती है कि वो मुझे पीड़िता के परिवार से मिलने नहीं देंगे? मैं अगर चाहूं तो कल ही पीड़ित परिवार से मिल सकती हूं।

हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को धमकी देते हुए डीएम प्रवीण कुमार का वीडियो वायरल होने के बावजूद उनपर यूपी सरकार की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं कि गई है जिस बात से पीड़िता के भाई असंतुष्ट है। साथ ही पीड़िता के भाई ने एएनआई को बताया की अभी तक जो जांच पड़ताल हुई है और पुलिस प्रशासन एवं सरकार से जो हमारे सवाल थे, उसके भी हमें अभी तक कोई जवाब नहीं मिले है। पीड़ित परिवार ने अपना नार्को टेस्ट कराने से भी इंकार कर दिया है। पीड़िता की मां ने कहा कि अफसरों ने बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। मरने के बाद से डीएम लगातार उनके परिवार का बयान बदलवाने की कोशिश में लगे हैं।
गौरतलब है कि देश के कई इलाकों में गैंगरेप की इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। लोगों ने इस मामले में यूपी पुलिस एवं यूपी सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की भी मांग की जा रही है। टीएमसी प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी लॉकडाउन के बाद अपनी पहली रैली में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और उनपर उत्तरप्रदेश के दलित,अल्पसंख्यक और किसानों के शोषण का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार एवं भारतीय जनता पार्टी पर भी सवाल खड़े किया है और कहा कि ” कोविड जैसी महामारी के बीच भी सत्ता की इस तानाशाही के खिलाफ ऐसे ही प्रदर्शन चलता रहेगा और वैसे भी कोविड महामारी से बड़ी महामारी तो ये भारतीय जनता पार्टी है।”
हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के परिवार के प्रति सहानुभूति जताते हुए ममता ने कहा-” सरकार क्या समझती है कि वो मुझे पीड़िता के परिवार से मिलने नहीं देंगे? मैं अगर चाहूं तो कल ही पीड़ित परिवार से मिल सकती हूं और सरकार को पता भी नहीं चलेगा। हाथरस की बेटी हम सबकी बेटी है और अगर हमें इस देश का भविष्य सुनहरा बनाना है तो हमें अल्पसंख्यक एवं दलितों की आवाज़ बनना होगा। आज मैं एक हिन्दू नहीं हूं, आज मैं भी दलित हूँ।”
ममता बनर्जी यहीं नहीं रुकी और भारतीय जनता पार्टी पर जातिगत राजनीति करने का भी आरोप लगाया। दलितों की बात करते हुए ममता ने कहा कि चुनावों के दौरान ये भाजपा के नेता एक दलित के घर जाते हैं, बाहर से खाना लाते हैं, इसे खाते हैं और दावा करते हैं कि उन्होंने एक दलित के घर खाना खाया है। फिर चुनाव के बाद वो दलितों पर अत्याचार करते है और उनसे मारपीट करते है।
बता दें कि बीते दिन ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भी हाथरस में घुसने नहीं दिया गया था और उनके साथ धक्का-मुक्की की गई थी। उनके साथ जो महिला नेता थी उन्होंने यूपी पुलिस पर आरोप भी लगाए थे कि पुलिस ने महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया है।
गौरतलब है कि 14 सितंबर 14 के दिन उत्तरप्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती का गैंगरेप हुआ था और घटना के 10 दिन बाद युवती की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई थी। युवती के शव का अंतिम संस्कार यूपी पुलिस ने पीड़ित परिवार को बिना बताए रात के अंधेरे में कर दिया था जिसके बाद इस मुद्दे पर सियासत और गरमा गई है।