गांधीवादी तरीके से आरक्षण के लिए लड़ रहे जाटों ने कहा- सरकार कब तक लेगी हमारे धैर्य की परीक्षा
हम गांधीवादी तरीके से धरना कर रहे है। सरकार से अपील है कि वह हमारी बातों को मानकर हमें आरक्षण दे दे।

हरियाणा में आरक्षण को लेकर भिवानी में जाटों का धरना अभी भी जारी है। जाटों का कहना है कि हम किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं करेंगे बस सरकार हमारी परीक्षा लेना बंद कर दे। जाट नेताओं ने सरकार से अपील की है कि हमारी बातों को मानकर हमें आरक्षण दे दिया जाय। जाट नेताओं ने कहा कि इस बार हरियाणा की भाजपा सरकार को उसके मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे। जाट नेताओं ने यह भी कहा कि पिछली बार की तरह इस बार धर्म और जाति के नाम पर राजनीति नहीं होने देंगे। सात दिनों से चल रहे इस धरने में जाट नेता भाजपा और हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
आपको बता दें कि जाट नेताओं की मांग है कि जाटों को आरक्षण दिया जाय। जाट नेताओं के अनुसार 6 फरवरी को अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक धरने में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि यशपाल मलिक जी के आने के बाद यह धरना एक महारैली का रुप लेगा। अगर 6 फरवरी तक सरकार मांगों को नहीं मानती है तो हरियाणा के अन्य जिलों में भी धरने का आयोजन किया जाएगा।
सात दिन से चल रहे इस धरने में जाट महिलाएं भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। इस धरने से जुड़ने के लिए धरना स्थल पर हरियाणा के ही नहीं आस-पास के राज्य के जाट भी पुहंच रहे है। जाट नेताओं द्वारा सरकार को चेतावनी दी जा रही है कि इस बार वह सरकार के बहकावे में नहीं आएंगे। सरकार हमें अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में नहीं ला सकती। जबतक हमें आरक्षण नहीं दिया जाएगा हम धरना नहीं छोड़ेंगे। जाट नेताओं ने कहा कि चाहे देश की आजादी की लड़ाई हो, चाहे देश की सीमा पर रहकर देश की सेवा करना हो और चाहे खेलों में पदक लेकर आना हो सबमें जाटों ने अपना बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार हमारी परीक्षा ले रही है लेकिन इस बार हम अपनी बात पर डटे रहेंगे और जबतक हमारी बात नहीं मानेंगे हम धरना नहीं छोड़ेंगे।