हरियाणा के पूर्व कांग्रेस नेता अशोक तंवर सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन करेंगे। अशोक तंवर ने पिछले साल नवंबर महीने में टीएमसी जॉइन की थी। लेकिन अब अशोक तंवर का टीएमसी से भी मोहभंग हो गया है। अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं और 2019 लोकसभा चुनाव के बाद और विधानसभा चुनाव के पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी। उसके बाद 2021 में अशोक तंवर ने ‘अपना भारत मोर्चा’ नाम से अपनी पार्टी बनाई थी।
अशोक तंवर 2009 में हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। 2014 में कांग्रेस ने उन्हें हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बना दिया। हालांकि 2014 का लोकसभा चुनाव वो हार गये और पार्टी का भी प्रदेश में प्रदर्शन काफी खराब रहा। अशोक तंवर की गिनती राहुल गांधी के करीबी नेताओं में होती थी, लेकिन 2019 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने पार्टी पर टिकट बांटने में भ्रस्टाचार का आरोप लगाया और पार्टी छोड़ दी।
अशोक तंवर कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई (NSUI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उनके कार्यकाल के दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ के चुनावों में NSUI का प्रदर्शन भी पूर्व के मुकाबले अच्छा रहा था। अशोक तंवर को नवम्बर 2021 में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीएमसी की सदस्यता ग्रहण करवाई थी, लेकिन आज वो दिल्ली में AAP जॉइन करेंगे।
हरियाणा में AAP अपने संगठन का विस्तार कर रही है और उसी के मद्देनजर पार्टी अन्य दलों के नेताओं को AAP में जॉइन करवाने का प्रयास कर रही है। पार्टी ने अपने राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता को हरियाणा का प्रभारी भी नियुक्त किया हुआ है। सुशील गुप्ता का दावा है कि 10 मार्च के बाद 1 लाख से अधिक लोगों ने हरियाणा में AAP की सदस्यता ली है।
आम आदमी पार्टी बच्चा पार्टी है: हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “AAP बच्चा पार्टी है और इसको मुद्दों की पूरी जानकारी नहीं है। चंडीगढ़ का मुद्दा है लेकिन ये फैसला एक साथ लिया जायेगा, अलग-अलग फैसले नहीं लिए जायेंगे। चंडीगढ़ के साथ कई मुद्दे जुड़े हुए हैं। पंजाब में अभी जो सरकार बनी है उसके अभी दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं। लेकिन जिस पार्टी से वो सम्बंधित है, वो धोखेबाज पार्टी है।”