हरियाणा निकाय चुनाव (Haryana Municipal Election) में भाजपा और जेजेपी गठबंधन ने 46 नगर निकायों मेें से 27 पर कब्जा जमाया है। वहीं, फतेहाबाद में भाजपा ने अपनी सीट तो निकाल ली लेकिन इसको लेकर भाजपा विधायक दूडाराम ने आरोप लगाया है कि जेजेपी ने गठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ वोटिंग करवाई।
फतेहाबाद नगर परिषद चेयरमैन के पद पर बीजेपी के उम्मीदवार राजेंद्र खींची ने जीत दर्ज की है। लेकिन यहां चुनाव को लेकर भाजपा और जेजेपी आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा के विधायक दूडाराम ने सहयोगी दल जेजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, “हर कोई यहां भाजपा को हराना चाहता था, चाहें कांग्रेस हो या जेजेपी… सब इकट्ठे हो गए थे। लेकिन उनको हैसियत का पता चल गया कि वे कहां खड़े हैं।”
जेजेपी द्वारा विपक्ष के उम्मीदवार को वोट डलवाने की बात कहते हुए दूडाराम बोले, “जेजेपी ने डटकर निर्दलीय उम्मीदवार की मदद की जबकि समझौता है हमारा लेकिन उसके बावजूद भी हम जीत गए।” उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ सारी पार्टियां एक हो गई थीं लेकिन भी पार्टी का उम्मीदवार जीत गया, ये छोटी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि शहर का विकास पहले से भी अधिक किया जाएगा। फतेहाबाद में राजेंद्र खिंची 1059 वोटों से चुनाव जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार एडवोकेट विरेंद्र सिंह को हराया।
भाजपा-जजपा गठबंधन ने किया 27 सीटों पर कब्जा: हरियाणा निकाय चुनावों में भाजपा-गठबंधन ने 27 नगर निकायों पर जीत हासिल की, जिसमें भाजपा के खाते में 22 जबकि जेजेपी को तीन पर जीत मिली। वहीं, दो पर समर्थित उम्मीदवारों को जीत मिली है। वहीं, 18 नगर परिषद सीटों में से बीजेपी 10 और जेजेपी 1 पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही। इसके अलावा, नगर पालिका में भाजपा ने 12, जेजेपी ने 2 और दो समर्थित उम्मीदवार ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीता।
निकाय चुनावों में गठबंधन की जीत पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी उम्मीदवारों ने उन 12 सीट पर जीत हासिल की है जो उस इलाके में आती हैं, जहां के विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं।