गुजरात में कांग्रेस पार्टी के एमएलए और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी की गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से बयान आया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि “शहंशाह घबरा गये हैं। गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी जी को असम की पुलिस रातों-रात गिरफ्तार कर ले जाती है। इस घबराहट का, इस छटपटाहट का संदेश भी है और चिह्न भी है।”
कांग्रेस के वाडगम से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी को असम पुलिस की ओर से गुजरात के पालनपुर सर्किट हाउस से रात 11:30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। असम पुलिस के द्वारा अभी तक इस पर कोई बयान नहीं दिया गया है लेकिन जानकारी के मुताबिक असम में उनके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई है। मेवाणी को असम पुलिस फिलहाल अहमदाबाद ले गई है जिसके बाद उन्हें वहां से असम ले जाया जाएगा।
जिग्नेश मेवाणी के एक कार्यकर्ता की ओर से बताया गया कि पुलिस ने अभी तक एफआईआई की प्रति साझा नहीं की है। सिर्फ इतना बताया गया है कि उनके खिलाफ असम में कुछ एफआईआर दर्ज की गई है।
मेवाणी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेताओं इसकी निंदा की है। इसके साथ आरोप लगाया कि बिना एफआईआर की कॉपी दिखाए अपराधियों की तरह उनको गिरफ़्तार कर किया गया है। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि “गुजरात के एक चुने हुए एमएलए को आधी रात में अपराधियों की तरह असम पुलिस गुजरात से गिरफ्तार किया गया है। वो बिना किसी एफआईआर कॉपी या गिरफ्तारी आदेश दिखाए। एक लोकतंत्र के तौर पर आखिर किस दिशा में हम जा रहे हैं, सोचने की आवश्याकता है। मैं जिग्नेश मेवाणी की तुरंत रिहाई की मांग करता हूँ।
पूरे मामले पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा कि आधी रात को जिग्नेश मेवाणी भाई के एक साथी ने कॉल करके बताया कि “असम पुलिस ज़िग्नेश भाई को पालनपुर गुजरात से गिरफ़्तार करके उनको असम ले जा रही है, ना मोबाइल है उनके पास, ना ही हमको कोई एफआईआर की कॉपी दी गई है। जनता के चुने हुए प्रतिनिधी के साथ ये न्याय?”
प्रदेश कांग्रेस जगदीश ठाकोर ने जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि जिग्नेश के खिलाफ आरएसएस पर किये गए एक ट्वीट को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी। यह एक विधायक को डराने और धमकाने का प्रयास है। आगे उन्होंने कहा ऐसी कार्यवाही से न कांग्रेस डरने वाली है न झुकने वाली है। हमारी लीगल टीम जिग्नेश के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ेगी।