गुजरात चुनाव: 33 सीट पर आम आदमी पार्टी लड़ी, खाता तक न खुला, अधिकतर की जमानत जब्त
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र में रख लड़ा गया गुजरात चुनाव भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुआ।

भारतीय जनता पार्टी गुजरात में एक बार फिर बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र में रख लड़ा गया गुजरात चुनाव भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुआ। सूबे में सरकार विरोधी कई आंदोलन होने के बाद भी भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है। हालांकि पार्टी को पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार कुछ सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है जबकि कांग्रेस को कुछ सीटों पर बढ़त हासिल हुई है। वहीं अन्ना आंदोलन से पैदा हुई आप (AAP) को यहां मुंह की खानी पड़ी है। पहली बार गुजरात के चुनाव में यहां की 33 सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रही आम आदमी पार्टी का कोई उम्मीदवार जीतना तो दूर रुझानों में भी कहीं नजर नहीं आया। सोमवार को जब रिजल्ट घोषित हुए तो आप का एक भी उम्मीदवार नहीं जीत सका और उसके कई उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई।
आप ने ऊंझा सीट पर रमेशभाई पटेल को चुनाव लड़ाया था, लेकिन वो सफल नहीं हो पाए। वे आठवें नंबर पर रहे और 400 वोट का आंकड़ा भी नहीं छू पाए। इसी तरह बापूनगर की सीट पर आम आदमी पार्टी ने अनिल वर्मा को टिकट दिया। यहां उनके सामने भाजपा के जगरूप सिंह राजपूत और कांग्रेस के हिम्मतसिंह पटेल थे। बापूनगर सीट पर भी आप का प्रदर्शन काफी उत्साहवर्धक नहीं रहा। वे सिर्फ 1167 वोटों पर सिमट गए।
गोंडल विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी निमिषाबेन धीरजलाल थीं। लेकिन, उन्हें महज 2179 वोट ही मिल पाए, जबकि इस सीट पर जीत दर्ज करने वाले बीजेपी उम्मीदवार को 70 हजार से ज्यादा वोट मिले। इसी तरह अगर बाकी विधानसभा सीटों पर नजर डाले तो लाठी विधानसभा सीट- एम.डी मांजरिया 797 वोट मिले तो वहीं छोटा उदयपुर में आप के अर्जुनभाई वेरसिंगभाई राठवा के पक्ष में सिर्फ 4515 वोट पड़े।
इसी तरह, करजण में हनीफभाई इस्माइलभाई जमादार को 436 वोट मिले जबकि पारडी में डॉ. राजीव शंभुनाथ पांडे के खाते में 539 वोट पड़े। कामरेज में भी आप का प्रदर्शन नाराशाजनक नहीं रहा। कामरेज में रामभाई धडुक को 1454 वोट मिले और वो तीसरे नंबर पर रहे तो वहीं गांधीनगर उत्तर में पटेल गुणवंतकुमार केशवलाल को 348 वोट मिले। बोटाद में जीलुभाई मीठाभाई को 303 वोट मिले और 15वें नंबर पर रहे जबकि राजकोट पूर्व में अजीत घुसाभाई लोखील को 1868 वोट मिले और वो चौथे नंबर पर रहे और सूरत पूर्व में सलीम अकबरभाई मुलतानी को 265 वोट मिले।