Hardik, Alpesh and Jignesh Won Election:गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन का चेहरा रहे हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। अब वे चुनाव जीत गए हैं। भाजपा के टिकट पर हार्दिक पटेल अपने गृहनगर की विरमगाम से मैदान में थे। यहां उन्होंने कांग्रेस के मौजूदा विधायक लाखाभाई भरवाड़ और आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार अमरसिंह अनादई ठाकोर को हराया।
पिछले दो चुनाव से लगातार यहां कांग्रेस जीत रही थी
हार्दिक पटेल को कुल 98,627 मत मिले। दूसरे स्थान पर अमरसिंह अनादई ठाकोर रहे और उन्हें 47,072 मत मिले। हार्दिक ने ‘आप’ उम्मीदवार को 51,707 मतों से हराया। वैसे ये सीट कांग्रेस की मजबूत सीट मानी जाती थी। पिछले दो चुनाव से लगातार यहां कांग्रेस जीत रही थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका।
अल्पेश ने कांग्रेस के हिमांशु पटेल को 43,064 मतों से हराया
गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना बनाकर शराब विरोधी आंदोलनकारी से पहचान बनाने वाले अल्पेश ठाकोर इस चुनाव में भाजपा के टिकट पर गांधीनगर दक्षिण सीट से चुनाव लड़े थे, जिसमें वे जीत गए हैं। अल्पेश ने कांग्रेस के हिमांशु पटेल को 43,064 मतों से हराया। 2017 में अल्पेश कांग्रेस के टिकट पर बनासकांठा की राधनपुर सीट से विधायक बने थे, लेकिन बाद में भाजपा का दामन थाम लिया था।
Himachal Pradesh Election Result Update । Gujarat Vidhan Sabha Chunav Result News Updates । By-Election Assembly Election Results
जिग्नेश कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी नेता माने जाते हैं
गुजरात में दलित राजनीति का चेहरा माने जाने वाले जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस के टिकट पर वडगाम सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। यहां उनको जीत मिली है। जिग्नेश ने 4,928 मतों भाजपा के मणिलाल वाघेला को हराया। जिग्नेश 2017 में वडगाम सीट पर निर्दलीय विधायक बने थे, लेकिन कांग्रेस उन्हें समर्थन किया था। जिग्नेश कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी नेता माने जाते हैं।
Gujarat में इस बार मतदान का प्रतिशत कम हुआ है
गुजरात में साल 2017 के मुकाबले इस बार दो चरणों में मतदान हुआ। पिछली बार के मुकाबले इस बार वोटिंग प्रतिशतता में भी कमी थी। पहले चरण में गुजरात में महज 60.20 फीसदी वोटिंग हुई थी तो वहीं दूसरे चरण में 64.39 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वहीं अगर बात हिमाचल प्रदेश की करें तो कांग्रेस ने हिमाचल की परंपरा को बरकरार रखते हुए निर्णायक बढ़त बना ली है। राज्य में स्पष्ट बहुमत कांग्रेस को मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।