Gujarat Assembly Election: गुजरात (Gujarat) में पहले चरण के मतदान से चुनाव आयोग (Election Commission) खुश नहीं है। पहले फेज में वोटर्स की उदासीनता के चलते निराशाजनक मतदान होने के बाद चुनाव आयोग ने सोमवार को होने वाले दूसरे चरण के मतदान से पहले शनिवार (3 दिसंबर, 2022) को शहरी मतदाताओं से विशेष अपील की है।
चुनाव आयोग (Election Commission) ने एक बयान में कहा, ‘सूरत, राजकोट और जामनगर में गुजरात चुनाव के पहले चरण में राज्य के औसत 63.3 प्रतिशत से कम मतदान हुआ है, जबकि राज्य में 2017 के चुनाव के पहले चरण में 66.75 प्रतिशत मतदान हुआ था। जबकि कई निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई, औसत मतदाता मतदान का आंकड़ा इन महत्वपूर्ण जिलों की शहरी उदासीनता से कम हुआ है। जैसा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश की विधान सभा के आम चुनाव के दौरान शिमला के शहरी विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 62.53 प्रतिशत दर्ज किया गया था, जबकि राज्य का औसत 75.6 प्रतिशत है।
आयोग (Election Commission) ने कहा कि गुजरात शहरों ने 1 दिसंबर, 2022 को मतदान के दौरान इसी तरह की शहरी उदासीनता दिखाई। जिसकी वजह से पहले चरण में मतदान का प्रतिशत कम हुआ। वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए हाई-वोल्टेज प्रचार शनिवार शाम 5 बजे समाप्त हो गया।
अहमदाबाद, वडोदरा और गांधीनगर सहित उत्तर और मध्य गुजरात के 14 जिलों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में 800 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं। वोटों की गिनती आठ दिसंबर को होगी। सौराष्ट्र, कच्छ और दक्षिण गुजरात की 89 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान गुरुवार को हुआ था।
दूसरे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में घाटलोडिया से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, वीरमगाम से पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और गांधीनगर दक्षिण से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के नेता अल्पेश ठाकोर शामिल हैं। हार्दिक पटेल और ठाकोर दोनों बीजेपी से चुनावी मैदान में हैं। दूसरे चरण में सत्ताधारी बीजेपी को कुछ जगहों पर बागी उम्मीदवारों से भी चुनौती मिल रही है।
वाघोडिया से पार्टी के विधायक मधु श्रीवास्तव इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के पूर्व विधायक दीनू सोलंकी, धवलसिंह जाला और हर्षद वसावा भी पाडरा, बयाड और नंदोद सीटों से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।