AIMIM In Godhra Seat: आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी अब गुजरात (Gujarat) में अपनी पैठ जमाना चाहते हैं। उनकी नजर सांप्रदायिक रूप से संवेदशील माने जाने वाले गुजरात के गोधरा (Godhra) में है। ओवैसी पिछले साल के निकाय चुनाव (Civic Body Election) में यहां पर अपना प्रभाव जमाने में सफल रहे थे। उनको उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक मतदाताओं (Minority Voters) का उनको भरपूर समर्थन मिलेगा और अन्य उम्मीदवारों के बीच मतों का बंटवारा होगा। इससे उनकी राह आसान हो सकती है। हालांकि, निर्दलीय प्रत्याशी (Independent Candidate) के रूप में निकाय चुनाव लड़ चुकीं सोफिया अनवा जमाल का कहना है कि एआईएमआईएम (AIMIM) सिर्फ वोटों का बंटवारा करेगी, जिसका फायदा आखिरकार भाजपा (BJP) को होगा।
नगर पालिका के Chairman पद पर जमाया था कब्जा
ओवैसी ने पिछले साल हुए गोधरा नगरपालिका के चुनाव में सात सीटें हासिल की थीं और भाजपा को दूर रखने के लिए निर्दलियों के साथ समझौता भी किया था। ओवैसी की पार्टी के समर्थन से निर्दलीय संजय सोनी फरवरी, 2021 में नगरपालिका के अध्यक्ष बने, लेकिन पिछले साल नवंबर में भाजपा का समर्थन मिलने के बाद उन्होंने एआईएमआईएम का साथ छोड़ दिया।
अभी भाजपा के नेता हैं यहां से MLA
इस बार गोधरा विधानसभा सीट पर एआईएमआईएम अपनी पकड़ और मजबूत बनाने और जीतने की कोशिश कर रही है। फिलहाल यहां से भाजपा का विधायक है। साल 2002 में ट्रेन की बोगी में आग लगाए जाने की घटना के बाद पूर्वी गुजरात के पंचमहल जिले का यह कस्बा सुर्खियों में आया था। उस घटना में 59 कारसेवकों की मौत हुई थी, जिसके बाद पूरे प्रदेश में हिंसा हुई थी। इससे 1000 से अधिक लोग मारे गए थे।
Gujarat की 14 सीटों पर AIMIM ने उतारा है Candidates
गोधरा गुजरात की उन 14 विधानसभा सीटों में से एक है जहां एआईएमआईएम इस बार चुनाव लड़ रही है। ओवैसी ने यहां से अपने उम्मीदवार 33 वर्षीय हसन शब्बीर कच्बा के समर्थन में एक बड़ी सभा को संबोधित किया था। भाजपा ने यहां अपने वर्तमान विधायक सीके राउलजी को टिकट दिया है। कांग्रेस ने रश्मिताबेन चौहान और आम आदमी पार्टी ने राजेश भाई पटेल को उम्मीदवार बनाया है।
एआईएमआईएम के पार्षदों का आरोप है कि गोधरा की मुस्लिम बहुल बस्तियों को विकास से उपेक्षित रखा गया था तथा लोगों को सड़क, साफ-सफाई और पानी की बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही थीं। पार्षद फैसल सुलेजा कहते हैं, ‘‘पहले, सिर्फ 50 प्रतिशत इलाके में विकास हुआ है। यह दूसरी तरफ (हिंदू और अन्य समुदायों की आबादी वाले इलाके) में हुआ है।’’
गोधरा में 72 हजार मुस्लिम मतदाता हैं
एआईएमआईएम के एक अन्य पार्षद इसहाक एम गनचीभाई कहते हैं कि उनकी पार्टी के पार्षदों ने यह सुनिश्चित किया कि विकास का पैसा समान रूप से सभी इलाकों को मिले। गोधरा विधानसभा में करीब 2,79,000 मतदाता हैं, जिनमें 72,000 मुस्लिम हैं। गनचीभाई का कहना है कि अगर मुस्लिम मतदाताओं ने पूरी तरफ से समर्थन कर दिया तो बहुकोणीय मुकाबले में एआईएमआईएम की जीत पक्की है।