असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई का निधन, 50 साल से अधिक का रहा राजनीतिक सफर
असम के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके 84 साल के गोगोई को दो नवंबर को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। शनिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण गोगोई का सोमवार को निधन हो गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने इस बात की जानकारी दी।
84 वर्षीय कांग्रेस नेता का इलाज गौहाटी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में चल रहा था। इससे पहले गोगोई विभिन्न अंगों के काम करना बंद करने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। असम के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके 84 साल के गोगोई को दो नवंबर को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। शनिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। गोगोई 25 अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे।
इसके अगले दिन उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 25 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी। इससे पहले गोगोई के बेटे के साथ जीएमसीएच में मौजूद असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विस्व सरमा ने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री की स्थिति बहुत नाजुक एवं चिंताजनक है। वह पूरी तरह जीवन रक्षक उपकरण पर हैं।
सरमा ने कहा था कि गोगोई के अंगों ने काम करना बंद कर दिया है, दिमाग को कुछ संकेत मिल रहे थे। पेसमेकर लगाये जाने के बाद उनका दिल काम कर रहा था और इसके अलावा कोई अंग काम नहीं कर रहा था। इससे पहले गोगोई का रविवार को छह घंटे तक डायलिसिस हुआ था और यह दोबारा विषाक्त चीजों से भर गया था।
ऐसी हालत नहीं थी कि डायलिसिस दोबारा किया जाए। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने स्वास्थ्य विभाग को पूर्व मुख्यमंत्री को हरसंभव उपचार मुहैया कराने का निर्देश दिए थे।
50 साल से अधिक का राजनीतिक सफरः गोगोई का राजनीतिक करियर 50 साल से अधिक का था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी, केंद्र सरकार और असम राज्य प्रशासन के भीतर विभिन्न पदों को संभाला। 1 अप्रैल, 1936 को पूर्ववर्ती शिवसागर जिले में स्थित रंगजान टी एस्टेट में एक असमिया ताई-अहोम परिवार में उनका जन्म हुआ। यह अब असम के जोरहाट जिले में हैं। उनके पिता डॉ. कमलेश्वर गोगोई टी एस्टेट में डॉक्टर थे। जबकि उनकी मां उषा गोगोई अपने कविता संग्रह हियार समहर के लिए मशहूर थीं।
छह बार बने सांसद, सबसे लंबे समय तक राज्य के सीएमः 1971 में वह पहली बार सांसद बने। वे कुल 6 बार लोकसभा सांसद के रूप में निर्वाचित हुए। उन्होंने 1976 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव और 1986-91 तक असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
पीएम नरसिम्हा राव के कार्यकाल (1991-95) के दौरान गोगोई ने केंद्रीय कैबिनेट में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खाद्य और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के रूप में कार्य किया। गोगोई ने 2001, 2006 और 2011 में असम में लगातार तीन बार चुनावी जीत दर्ज की। वह 15 वर्षों (2001-2016) के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, इस प्रकार वह राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहे।