सिंघु बॉर्डर पर धराए शख्स का यू-टर्नः शूटर बोला- किसानों ने पैंट उतार पीटा, जबरन गढ़वाई कहानी; अन्नदाता बोले- केंद्र के डर से कुछ भी बोल सकता है
कथित शूटर ने यूटर्न लेते हुए प्रदर्शनकारी किसानों को ही निशाने पर लिया है।

केंद्र के तीन कृषि बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर एक शख्स को पेश किया। प्रेस वार्ता के दौरान उसने दावा किया था कि उसके साथियों को राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड के दौरान कथित तौर पर पुलिसकर्मी बनकर भीड़ पर लाठीचार्ज करने को कहा गया था। हालांकि अब कथित शूटर ने यू-टर्न लेते हुए प्रदर्शनकारी किसानों को ही निशाने पर लिया है।
सामने आए एक वीडियो में उसने कहा- मैं सोनीपत का योगेश सिंह 19 तारीख को मामा के यहां गया था। मैं दिल्ली डीटीसी बस में आया था। दिल्ली पुलिस ने मुझे नरेला से आगे भेजा था। 19 तारीख की शाम चार बजे मैं कोंडली क्षेत्र में जा रहा था। मैंने सिर्फ इतना झूठ कहा कि यहां कोई लड़की छेड़ रहा है। इसके बाद वो (कथित तौर पर प्रदर्शनकारी) मुझे ले गए और कैंप में पेंट उतारकर खूब मारा। ट्रॉली में उल्टा लटकाकर भी पीटा गया।
सिंह ने आगे कहा- अगले दिन मुझसे कहा गया कि जो कहा जाएगा वही करना होगा। मैंने इसे मान लिया। उन्होंने मुझे खाना खिलाया और कहा कि जैसे-जैसे कहा जाएगा वैसे ही मुझे बोलना है। इसके बाद फिर रात में मेरी पिटाई की गई और शराब पिलाई। वीडियो बनाई गई। मेरे साथ चार लड़के और पकड़े गए थे। इनमें एक का नाम सागर था। उसने बताया कि कुछ नहीं किया फिर भी पीट रहे हैं। हालांकि वो वहां से भाग गया। मुझे बताया गया कि उसे मार दिया। इसके बाद फिर मुझे पीटा गया।
TIMES NOW’s Mohit Bhat and Priyank Tripathi with latest updates on the controversy around the masked man presented by the farmers’ leaders last night. pic.twitter.com/8xbHYxVWbN
— TIMES NOW (@TimesNow) January 23, 2021
इधर योगेश सिंह के बयान बदलने पर प्रदर्शनकारी किसानों ने प्रतिक्रिया दी है। ऐसे ही एक किसान नेता ने कहा- केंद्र सरकार के डर से अब वो कुछ भी बोल सकता है। किसान कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब में भी प्रदर्शन किया, मगर इस बीच किसानों ने किसी पर हमला नहीं किया। सरकारी संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाया। किसान सिर्फ सरकार के समक्ष अपनी बात रख रही है मगर सुनवाई नहीं हो रही।
बता दें कि प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उनमें से चार की हत्या करने और 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के दौरान अशांति पैदा करने की साजिश रची गई। सिंघु बॉर्डर पर देर रात को प्रेस वार्ता के दौरान किसान नेताओं ने योगेश सिंह को पेश किया, जिसने दावा किया कि उसके साथियों को राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर परेड के दौरान कथित तौर पर पुलिसकर्मी बनकर भीड़ पर लाठीचार्ज करने को कहा गया था।
किसान नेताओं ने दावा किया कि उन्होंने सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन स्थल से इस व्यक्ति को पकड़ा है। इसके बाद उसे हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि सिंह का वीडियो बयान सामने आने के बाद मामले में उलझन में पड़ गया। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पुलिस पूछताछ कर रही है जब पूछताछ हो जाएगी तब उसका (नकाबपोश आदमी जो किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कल दिखाई दिया था) आधिकारिक बयान दे दिया जाएगा।