रंजन गोगोई हो सकते हैं बीजेपी के असम सीएम कैंडिडेट- पूर्व सीएम ने किया दावा, कुमार विश्वास ने मारा ताना
पूर्व सीएम ने कहा, 'मुझे पता चला है कि राज्य में सीएम पद के लिए भाजपा के उम्मीदवारों में रंजन गोगोई का नाम शामिल हैं। मुझे संदेह है कि उन्हें असम में अगले संभावित सीएम पद के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।'

असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता तरुण गोगोई ने शनिवार (22 अगस्त, 2020) को कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई अगले साल होने वाले विधानसभा में भाजपा के सीएम पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मुझे पता चला है कि राज्य में सीएम पद के लिए भाजपा के उम्मीदवारों में रंजन गोगोई का नाम शामिल हैं। मुझे संदेह है कि उन्हें असम में अगले संभावित सीएम पद के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।’
उन्होंने कहा कि अगर पूर्व सीजेआई राज्यसभा जा सकते हैं तो वो भाजपा के अगले ‘संभावित’ सीएम उम्मीदवार के लिए भी सहमत हो सकते हैं। तरुण गोगोई ने आगे कहा, ‘ये सब राजनीति है। अयोध्या में राम मंदिर के फैसले पर भाजपा रंजन गोगोई से खुश थी। फिर उन्होंने भाजपा से राज्यसभा में जाकर धीरे-धीरे राजनीति में कदम रखा।’
कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए कहा कि रंजन गोगोई ने राज्यसभा की सदस्यता से इनकार क्यों नहीं किया? वो आराम से मानवाधिकार आयोग या अन्य अधिकार संगठनों के अध्यक्ष बन सकते थे। दरअसल उनकी राजनीतिक महत्वकांक्षा है और इसलिए उन्होंने राज्यसभा में जाना स्वीकार किया।
इसके साथ ही तरुण गोगोई ने घोषणा की है कि वो असम में कांग्रेस के अगले संभावित सीएम उम्मीदवार नहीं होंगे। कांग्रेस नेता ने बदरुद्दीन अजमल की AIUDF, वामपंथी और क्षेत्रों दलों के साथ महागठबंधन बनाने की वकालत की है, ताकि अगले चुनाव में भाजपा को जड़ से उखाड़ा जा सके।
इसी बीच तरुण गोगोई के दावे पर पूर्व आप नेता और कवि कुमार विश्वास ने तंज कसा है। उन्होंने एक खबर शेयर करते हुए लिखा, ‘पता नहीं यह खबर सिर्फ अंदाजा है या आगे चलकर ऐसा ही होगा? अगर ऐसा ही होगा तो मेरा यह भरोसा नेताओं की ईमानदारी की तरह और पुख्ता हो जाएगा कि ‘सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष है!’
पता नहीं यह खबर सिर्फ़ अंदाज़ा है या आगे चलकर ऐसा ही होगा ? अगर ऐसा ही होगा तो मेरा यह भरोसा नेताओं की ईमानदारी की तरह और पुख़्ता हो जाएगा कि “सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष है !” https://t.co/dLfx5bdAjk
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 23, 2020
कुमार विश्वास ने इससे पहले मशहूर वकील प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना मामले में दोषी ठहराए जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था, ‘कश्मीर सहित अनेक मुद्दों पर मेरे उनसे गंभीर मतभेद रहे हैं! मैंने कई बार उनके सामने ही उनके पक्ष के विपरीत मत रखा और उन्होंने असहमत होते हुए भी हरबार सुना! साथ काम करने से लेकर आज तक जितना मैं प्रशांत भूषण को जानता हूं, वो माफी नहीं मांगेंगे!’ ट्वीट में आगे कहा गया कि उन्हें पता है ‘नंद,मगध नहीं है।’ ट्वीट सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।