मेरठ कैंट (Meerut Cantt) से जिस शख्स को यूपी पुलिस ने पाकिस्तानी जासूस (Pakistani Spy) समझकर पकड़ा था, असल में वो एक ई-रिक्शा चालक निकला। इस शख्स को मिलिट्री इंटेलीजेंस (Military Intelligence) को सौंप दिया गया था। जब सच सामने आया तो पुलिस और एजेंसी के लिए अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई। मेरठ कैंट देश की सबसे पुरानी और महत्वपूर्ण यूनिट्स में से एक है। जासूसी के आरोप में अल्ताफ अंसारी नाम के शख्स को गिरफ्तार करने के एक ही हफ्ते बाद मिलिट्री इंटेलीजेंस ने इस मामले से दूरी बना ली।
सवारियों की खोज में था पुलिस ने पकड़ाः एचटी के मुताबिक मामले से जुड़े इंडियन आर्मी के एक सीनियर अधिकारी ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ‘हमारी जांच में खुलासा हुआ है कि अंसारी कैंट एरिया में आया था और शायद सवारियों की तलाश में था। हमें ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे लगे कि वह जासूस है।’
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वॉट्सऐप ग्रुप से हुआ शकः रिपोर्ट्स के मुताबिक अंसारी यह समझाने में नाकाम रहा था कि वह कैंट एरिया के बाहर क्यों घूम रहा था? उसे यूपी पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उसके फोन की जांच में पता चला कि वह ऐसे वॉट्सऐप ग्रुप का सदस्य है जिसमें कुछ लोग पाकिस्तान से हैं।
अब मिली जमानत, आरोप हटाएः सेंट्रल एजेंसियों के अलर्ट के चलते यूपी पुलिस ने फोन की जांच करने के बाद अंसारी को पाकिस्तानी जासूस बताकर गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मिलिट्री इंटेलीजेंस से संपर्क किया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ‘अंसारी को जमानत दे दी गई है और उस पर लगाए गए सभी आरोप वापस ले लिए गए हैं।’ एक अधिकारी ने कहा कि अंसारी गलत वक्त पर गलत जगह खड़ा हुआ था इसलिए पकड़ा गया।
