Kanjhawala death case: दिल्ली के कंझावला केस में दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय (Home Ministry) को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी थी। जिसे देखने के बाद गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को सुझाव देते हुए कहा कि घटनास्थल के आसपास तैनात रहे तीन पीसीआर (PCR) और दो पुलिस पिकेट पर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए उनपर अनुशासनात्मक कारवाई की जाए।
जांच अधिकारी को भी नोटिस:
इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने जांच में खामियां पाने को लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त को जांच अधिकारी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी सुझाव दिया है।
बता दें कि कंझावला मामले (Kanjhawala Case) में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने दिल्ली पुलिस से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इस मामले में अंजलि नाम की लड़की की स्कूटी को टक्कर मारने के बाद उसे एक कार सवारों ने कई किलोमीटर तक घसीटा गया था। पुलिस ने इस मामले में अदालत में बताया कि कार सवारों ने टक्कर मारने के कुछ देर बाद नीचे उतरे थे और कार के नीचे पड़ताड़ की थी। इसके बाद भी वो आगे निकल गई।
Home Ministry to Delhi Police- दोषियों को मिले जल्द सजा:
वहीं दिल्ली पुलिस द्वारा दी गई रिपोर्ट को संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को तीन पीसीआर और दो पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को निलंबित करने को कहा है। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि कोर्ट में दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द चार्जशीट दायर करके सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। जिससे दोषियों को जल्द सजा मिल सके और न्याय हो सके।
क्या है मामला:
इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली के सुल्तानपुरी (Sultanpuri) इलाके में नए साल के जश्न के दौरान 1.40 से 2 बजे के बीच कंझावला के पास रास्ते में बलेनो कार और जुपिटर स्कूटर की टक्कर होने से अंजलि नाम की लड़की सड़क पर गिर गई। इस दौरान उसकी सहेली भी उसके साथ थी। पुलिस का कहना है कि स्कूटी चला रही लड़की कार के नीचे आ गई और उसके पैर का कार के निचले हिस्से में टायर के पास फंस गया। जिससे वो 10 से 12 किलोमीटर घिसटती रही, जिससे उसकी मौत हो गई थी।